बीजापुर (छत्तीसगढ़): 24 अप्रैल 2025 (संवाददाता)
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा संयुक्त अभियान सुरक्षा बलों द्वारा चलाया जा रहा है। तेलंगाना सीमा से लगे उसूर थाना क्षेत्र के दुर्गम पहाड़ी इलाकों में पिछले 30 घंटे से यह ऑपरेशन जारी है। यह ऑपरेशन करेगुट्टा पहाड़ के आसपास केंद्रित है, जो छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर स्थित है। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, इस क्षेत्र में माओवादियों के कई शीर्ष कमांडर और सक्रिय कैडर छिपे हुए हैं। सुरक्षा बलों ने ड्रोन और सैटेलाइट के माध्यम से इलाके पर लगातार निगरानी रखी हुई है।
अब तक 100 से अधिक IED बरामद:
सूत्रों के मुताबिक, इलाके में 100 से अधिक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) बरामद किए गए हैं, जिन्हें जवानों को निशाना बनाने के उद्देश्य से बिछाया गया था। इलाके में लगातार बारूदी सुरंगों को निष्क्रिय करने का कार्य जारी है।

सुरक्षा बलों की संयुक्त ताकत:
इस अभियान में CRPF, DRG, STF, कोबरा बटालियन, और तेलंगाना की ग्रेहाउंड फोर्स शामिल हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र की सी-60 कमांडो यूनिट भी इस ऑपरेशन में सहयोग कर रही है। छत्तीसगढ़ और तेलंगाना से हजारों की संख्या में जवान ऑपरेशन में लगे हुए हैं।
अभियान का उद्देश्य:
इस संयुक्त अभियान का मुख्य उद्देश्य माओवादी नेटवर्क को कमजोर करना, क्षेत्र में उनकी गतिविधियों को खत्म करना और स्थानीय जनता में सुरक्षा का विश्वास बहाल करना है। सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई को नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति और स्थायित्व लाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
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