स्वतंत्र छत्तीसगढ़ :
कोंडागांव : अगर मन में जज्बा हो तो रस्ते यूँ ही नज़र आने लगते हैं | इस बात को साबित कर दिया है | कोंडागांव जिले के 15 वर्षीय रंजीता करोटे , जो कक्षा 9वीं की छात्रा है और जिसके पिता भी नहीं है | जहां इनकी मां की माली हालत कमजोर है | इसलिए अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए वह कोंडागांव बाल कल्याण परिषद में छोड़कर चली गई | मगर उनकी बेटी ने जो कारनामा कर दिखाया वह किसी से कम नहीं है |
दरअसल रंजीता अपने बाल कल्याण परिषद में रहकर पढ़ाई के साथ – साथ ही ITBP के जवानों से जूडो के गुर भी सिखने लगी थी | उसकी इसी लगन और मेहनत के चलते उसका चयन भोपाल में हो गई । यहां भी आकर उसने बाजी मार ली | और अब उसे जूडो के प्रशिक्षण लेने के लिए स्पेन भेजा जायेगा।
आपको बतादें कि रंजीता करोटे विदेश जाने वाली पहली छात्रा है. जो ITBP में जूडो के नारायण सोरेन और उदय सिंह यादव से प्रशिक्षण ले रही थी | रंजीता अब तक पांच बार राज्य में गोल्ड पदक जीत चुकी है |
इसके अलावा वह भोपाल और लखनऊ के नेशनल जूडो चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक जीत चुकी है | रंजीता करोटे अभी भोपाल में ही रह कर अपना अध्ययन पूरा कर रही है | साथ ही जुडो का प्रशिक्षण भी ले रही है | वहीं विदेश भेजे जाने वाले खिलाड़ियों के ट्रायल में रंजीता ने भोपाल में बाजी मारी है. अब वह 20 जनवरी को स्पेन जाकर अंतरराष्ट्रीय जुडो के अभ्यास के सिलेक्शन में भाग लेने के लिए जाएगी |
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