बीजापुर/तेलंगाना: 25 अप्रैल 2025
छत्तीसगढ़ पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया है। हजारों की संख्या में जवानों की तैनाती के साथ यह अभियान बीजापुर जिले के उसूर थाना क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों में चलाया जा रहा है, जो पिछले 96 घंटे से भी अधिक समय से लगातार जारी है। भीषण गर्मी की मार झेल रहे जवानों को इस अभियान में भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। तापमान में तेज़ी और लगातार गतिविधियों के चलते 40 से अधिक जवान डिहाइड्रेशन का शिकार हो गए हैं। सभी बीमार जवानों को सेना के हेलीकॉप्टर के माध्यम से तेलंगाना के अस्पतालों में पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
इस बड़े अभियान का सेंटर पॉइंट करेगुट्टा पहाड़ है, जो तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित है। खुफिया सूत्रों के अनुसार, इस क्षेत्र में माओवादियों के कई शीर्ष कमांडर और कैडर छिपे हुए हैं। ऑपरेशन में अब तक 5 नक्सलियों को ढेर किया जा चुका है, और आने वाले तीन दिनों तक अभियान के जारी रहने की संभावना है। सुरक्षा बलों के सामने सबसे बड़ी चुनौती नक्सलियों द्वारा इलाके में बिछाई गई 100 से अधिक आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) है। इन विस्फोटकों को जवानों को निशाना बनाने के उद्देश्य से छिपाकर रखा गया था। फिलहाल सुरक्षाबलों द्वारा बारूदी सुरंगों को निष्क्रिय करने का कार्य सावधानीपूर्वक किया जा रहा है।
ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए ड्रोन और सैटेलाइट के माध्यम से इलाके की निरंतर निगरानी की जा रही है, ताकि माओवादियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा सके। यह ऑपरेशन नक्सलवाद के खिलाफ सरकार और सुरक्षाबलों की गंभीरता और रणनीतिक तैयारी का स्पष्ट संकेत है। आने वाले समय में इस ऑपरेशन से माओवादियों की कमर तोड़ने की उम्मीद की जा रही है।
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