AIISH छत्तीसगढ़ में खोलने मंशा जताई,बृजमोहन अग्रवाल ने लिखा केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र..

रायपुर: स्वतंत्र छत्तीसगढ़

रायपुर: 19 अप्रैल 2023 .. अखिल भारतीय वाक एवं श्रवण संस्थान (All India Institute of Speech and Hearing) भारत के मैसूर में स्थित एक शिक्षण संस्थान है। यह पूरी तरह से स्वायत्त संस्थान के रूप में वर्ष 1965 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित संस्थान के रूप में स्थापित हुआ। इस संस्थान का मुख्य उद्देश्य व्यावसायिक शिक्षण, नैदानिक सेवाएँ, शोध कार्य और जनता को श्रवण और संचार संबंधी विकारों, आवाज़, प्रवाह, ध्वनि और भाषा संबंधी विकारों से अवगत कराना है। इसी प्रकार छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल बृजमोहन अग्रवाल ने भी केंद्रीय स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ में अखिल भारतीय वाक श्रवण संस्थान की स्थापना करके का आग्रह किया हैं।

अपने पत्र में बृजमोहन छत्तीसगढ़ को देश का सबसे तेजी से विकसित होने वाले राज्यों में एक कहा है। और छत्तीसगढ़ राज्य को शिक्षा, स्वास्थ्य एवं व्यापार के उद्देश्य से प्रदेश के सीमावर्ती राज्यों यथा विदर्भ महाराष्ट्र, तेलंगाना, उडिसा, आंध्रप्रदेश, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, झारखंड से काफी लोग शिक्षा ग्रहण करने आते हैं | छत्तीसगढ़ राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मूक, बाधिर बच्चों के पुनर्वास एवं सामान्य बच्चों के साथ पढ़ाई लिखाई कर पाने योग्य क्षमता सम्पन्न बनाने हेतु छत्तीसगढ़ में अखिल भारतीय वाक श्रवण संस्थान की स्थापना अति आवश्यकता है। इस संस्थान की स्थापना से ईलाज के साथ साथ डिग्री कोर्स भी संचालित किया जा सकेगा।