भिलाई इस्पात सयंत्र प्रबंधन ने राज्य सरकार से मांगी मदद- मिली स्वीकृति…

भिलाई: 31 मई 2023 . छत्तीसगढ़ का एक मात्र ही नहीं बल्कि एशिया के सबसे बड़े स्टील प्लांट बीएसपी प्रबंधन को अब पानी को लेकर चिंता सताने लगी है। मरोदा जलाशय में लगातार हो रहे कम जलस्तर और जलाशय में मिट्टी के भराव को लेकर बीएसपी प्रबंधन ने अलग तरीके की योजना बनाई है। अब शिवनाथ के पानी का उपयोग भी बीएसपी प्लांट करेगा इसके लिए राज्य शासन ने अपनी स्वीकृति दे दी है।

जल्द ही शिवनाथ से मरोदा डेम तक पानी लाने पाइप लाइन का काम किया जाएगा, वहीं सीएसवीटीयू के जियोटैक लैब की मदद से मरोदा डैम के अंदर हुए मिट्टी के भराव को भी हटाया जाएगा। इसके लिए बीएसपी के डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बन दासगुप्ता ने सीएसवीटीयू के वाइस चांसलर डॉ.एम.के. वर्मा से चर्चा भी की है। सीएसवीटीयू में जियो टैक्लैब के उद्घाटन अवसर पर बीएसपी के डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बन दास गुप्ता ने कहा कि इस लैब की मदद से न सिर्फ व इस डैम की क्षमता विस्तार सर्वेक्षण करने सीएसवीटीयू की मदद लेगा बल्कि विवि अपने उपकरणों की मदद से बता पाएगा कि मरोदा डैम की गहराई बढ़ाने के लिए क्या जतन करने होंगे।

बता दें कि संयंत्र को अब तक पानी की आपूर्ती मरोदा जलाशय से होती है, लेकिन हर बार इसका जलस्तर कम हो जाता है, जिससे संयंत्र को परेशानी झेलनी पड़ती है। इस समस्या को दूर करने बी.एस.पी. ने राज्य शासन से शिवनाथ नदी की पाइपलाइन को मरोदा जलाशय तक पहुंचाने का प्रस्ताव था जिसमें राज्य सरकार ने हामी भरी है।