केजरीवाल के झूठ की खेती छत्तीसगढ़ में नहीं चलने वाली -कांग्रेस

ईमानदार पार्टी का दावा करने वालो के आधा दर्जन मंत्री नेता भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में |

रायपुर : 05 मार्च 2023. (रवीश बेंजामिन )

केजरीवाल के झूठ की खेती छत्तीसगढ़ में नहीं चलने वाली है। कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि केजरीवाल और उनके दल की कलई खुल कर जनता के सामने आ गयी है झूठ बोल कर जनता को बरगला कर ईमानदारी की दुहाई दे कर सत्ता हथियाने वाली आम आदमी पार्टी को बने अभी एक दशक भी पूरे नहीं हुए हैं | उसके पंजाब और दिल्ली के मंत्री और आधा दर्जन नेता भ्रष्टाचार के आरोप में जेल की सलाखों के पीछे है ,खुद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।

केजरीवाल छतीसगढ़ आये थे तो उन्हें कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार की योजनाओं को भी देखना था। स्वामी आत्मानन्द विद्यालय जहाँ पर लोगो को मुफ्त अंग्रेजी माध्यम की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है उसको देख लेते तो वे अपने दिल्ली के रंगरोगन वाले स्कूलों को भूल जाते । केजरीवाल यदि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थय योजना आदिवासी क्षेत्र की हाट बाजार, क्लिनिक और महिलाओं के लिए विशेष दाई दीदी क्लिनिक तथा खूबचंद बघेल विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना को देख लेंगे तो उनके दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिकों की हवा निकल जाएंगी ।केजरीवाल अगली बार जब छत्तीसगढ़ आये, तो उन्हें राज्य के जिला अस्पतालों को भी जरूर देखना चाहिए, जहां पर केंसर तक का इलाज मुफ्त होता है।


कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, कि छत्तीसगढ़ में विश्वसनीय मुख्यमंत्री और भरोसेमंद सरकार चल रही है| जो किसान, मजदूर, युवा, सभी वर्ग के भरोसे पर खरी उतर चुकी है। कांग्रेस सरकार ने अकेले किसानों के ऊपर पिछले चार सालों में डेढ़ लाख करोड़ रु खर्च किया है। राज्य में 400 यूनिट तक बिजली हर वर्ग को मुफ्त मिलती है। किसानों को उनकी उपज के देश मे सबसे ज्यादा दाम छत्तीसगढ़ में मिलता है। केजरीवालजी छत्तीसगढ़ में हवा में और नौटंकी बाजी की सरकार नहीं है इसीलिए आज देश मे सबसे कम बेरोजगारी दर आधा प्रतिशत से भी कम छत्तीसगढ़ में है । छत्तीसगढ़ में खेती तो खेती वनोपज संग्रहन और तेंदूपत्ता संग्रहन का काम भी फायदे का काम हो गया है । हमारा चरवाहा भी गोबर बिन कर निश्चित आय अर्जित कर रहा | राज्य में दिल्ली के समान एंजियो, धंधेबाजों और गिरोहबाजो के हाथों में बंधक नहीं है | यहां लाखों स्वसहायता समूह की बहनें आत्म निर्भर हो गयी हैं । केजरीवाल का प्रपंच पिछले चुनाव में नहीं चल पाया था, उनके सभी प्रत्याशियों के जमानत जप्त हो गए थे | आधे से अधिक स्थानों पर तो आप के प्रत्याशी तीन अंकों के ऊपर नहीं पहुँच पाए थे।