वन विभाग की टीम ने टाइगर की खाल के साथ 7 लोगों की किया गिरफ्तार, बाघ का शिकार ? जाँच जारी …

बीजापुर : 02 जुलाई 2023

जंगल विभाग की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से बाघ की खाल बरामद की गई है। फिलहाल टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर बाघ का शिकार कहां से किया गया है। दो पुलिस वालों की संलिप्तता भी सामने आई है।

हाइलाइट्स

  • बीजापुर में बाघ की खाल बरामद
  • बाघ की खाल के साथ 7 गिरफ्तार
  • अवैध शिकार विरोधी दल की कार्रवाई
  • बाघ का शिकार कहां हुआ, जांच जारी

बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में वन विभाग ने ग्रामीणों के पास से बाघ की खाल बरामद की है। विभाग ने इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। वन विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि वन विभाग के दल ने इंद्रावती बाघ अभयारण्य क्षेत्र में शुक्रवार को रूद्रारम गांव में घेराबंदी कर सात लोगों आरती दास, विक्रम ठाकुर, प्रीतम लाल साहू, तामेश्वर जैन, काका दीपक, मनोज कुरसम और किशोर दशराहिया को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से बाघ की खाल बरामद की गई है। उन्होंने बताया कि इस मामले के दो आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।

अभयारण्य के उपनिदेशक गणवीर धम्मशिल ने बताया कि विभाग को मिली जानकारी के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। इंद्रावती बाघ अभयारण्य, उदंती-सीतानदी बाघ अभयारण्य (गरियाबंद जिला) के अवैध शिकार विरोधी दल और बीजापुर वन मंडल के कर्मियों के संयुक्त दल ने यह कार्रवाई की है।

किस क्षेत्र में हुआ बाघ का शिकार?
उन्होंने बताया कि यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि बाघ किस क्षेत्र का था और उसे कब मारा गया। उदंती सीतानदी बाघ अभयारण्य के उप निदेशक वरुण जैन ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि मारा गया बाघ कम उम्र का था, तीन-चार माह पहले उसका शिकार किया गया था। जैन ने बताया कि अवैध शिकार के क्षेत्र का अभी तक पता नहीं चल पाया है। उन्होंने बताया कि खाल की तस्वीर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) को भेजी जाएगी जिससे उसकी धारियों का बीजापुर या महाराष्ट्र के निकटवर्ती जंगल में लगाए गए ट्रैप कैमरों में कैद बाघ की छवियों से मिलान किया जा सके।