डीईओ ने झूठा शपथ पत्र देकर,अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त करने वाले दो कर्मचारी को बर्खास्त करते हुए,उनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने को पुलिस को लिखा पत्र

ब्यूरो चीफ ,आनंद गुप्ता -जशपुर

जशपुरनगर: जिले में अनुकंपा नियुक्ति को लेकर मचे बवाल के बीच,जिला शिक्षा अधिकारी ने बड़ी कार्रवाई की है। झूठा शपथ पत्र देकर,अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त करने वाले दो हितग्राहियों को पद से बर्खास्त करते हुए,उनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के लिए,पुलिस प्रशासन को पत्र लिखा है। पहला मामला,जशपुर ब्लाक का है। जानकारी के अनुसार, ब्लाक के ग्राम सिटोंगा में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 बैजनाथ राम का 6 अप्रैल 2020 को निधन हो गया था। मृतक के आश्रित स्वजनों द्वारा अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन किये जाने पर,निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए,4 फरवरी 2022 को सहायक ग्रेड 3 के पद पर, उनके छोटे बेटे प्रेमकुमार राम को जशपुर ब्लाक के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भूडकेला में पदस्थ किया गया था। इसी तरह मनोरा ब्लाक के बहेरना के हायर सेकेंडरी स्कूल में पदस्थ देवचरण राम का लंबी बीमारी के बाद 7 दिसंबर 2022 को निधन हो गया था। इस प्रकरण में भी शिक्षा विभाग ने मृत शासकीय सेवक देवचरण राम के बेटे दुर्गेश नायक को सहायक ग्रेड 3 के पद पर,कुनकुरी ब्लाक के बंदरचुवां हाईस्कूल में नियुक्ति दी गई थी। इन दोनों ही अनुकंपा नियुक्तियों में गड़बड़ी का मामला,विधानसभा के बजट सत्र के दौरान जोरशोर से उठा था। प्रेमकुमार की अनुकंपा नियुक्ति के मामले को भाजपा के विधायक अजय चंद्राकर ने और दुर्गेश नायक के मामले को बृजमोहन अग्रवाल ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से उठाया था। विधानसभा में मामला उठते ही शिक्षा विभाग ने प्रेमकुमार और दुर्गेश नायक को बर्खास्त कर दिया है। जिला शिक्षा अधिकारी जेके प्रसाद ने बताया कि मामला सामने आते ही,अनुकंपा नियुक्ति के लिए गठित जांच समिति की बैठक बुला कर,मामला की जांच के बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है। अनुकंपा नियुक्ति के इन विवादित मामलो में कार्रवाई करते हुए,शिक्षा विभाग ने गलत तरीके से अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त करने वाले प्रेम कुमार और दुर्गेश के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने के लिए,पुलिस प्रशासन को पत्र लिखा है। डीईओ प्रसाद ने बताया कि अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया के दौरान दोनो ही हितग्राहियों ने परिवार में किसी भी सदस्य के शासकीय सेवा में कार्यरत ना होने की शपथ पत्र प्रस्तुत किया था। जबकि हितग्राही प्रेमकुमार राम को बड़ा भाई मनकुमार राम,अनुकंपा नियुक्ति के पहले से ही भृत्य के पद पर,मनोरा ब्लाक के तालासिली में पदस्थ है। इसी प्रकार,दुर्गेश नायक का भाई अनिल कुमार नायक कलेक्टर कार्यालय के आदिम जाति कल्याण शाखा में पदस्थ है। झूठा शपथ दिए जाने पर,आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के लिए,जिला शिक्षा अधिकारी जेके प्रसाद ने सिटी कोतवाली में प्रतिवेदन प्रस्तुत किया है। डीईओ प्रसाद ने बताया कि दोनो हितग्राहियों ने गलत तरीके से अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त कर,शासकीय खजाने से वेतन व भत्ता प्राप्त किया है। इसलिए,इनकी वसूली के लिए कोष एवं लेखा विभाग को भी पत्र लिखा गया है।
‘प्रेमकुमार और दुर्गेश नायक ने झूठा शपथ पत्र देकर,गलत तरीके से अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त की थी। इस आधार पर जांच के बाद उन्हें बर्खास्त किया गया है,साथ ही आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के लिए,सिटी कोतवाली को प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है।’

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