बिलासपुर: 17 अप्रैल 2025 (टीम)
गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में एनएसएस शिविर के दौरान हिंदू छात्रों को कथित रूप से नमाज पढ़ाने के विवाद ने तूल पकड़ लिया है। मामला सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक के बाद एक कई अधिकारियों पर गाज गिराई है। पहले एनएसएस समन्वयक प्रो. दिलीप झा को हटाया गया था, अब इस मामले में 12 एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों को भी उनके पदों से हटा दिया गया है।
दरअसल, 16 अप्रैल को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और अन्य संगठनों से जुड़े लोगों ने विश्वविद्यालय परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि पूर्व में आयोजित एनएसएस शिविर में हिंदू छात्रों को नमाज पढ़ने के लिए मजबूर किया गया। यह मामला सोशल मीडिया और विभिन्न संगठनों के माध्यम से लगातार तूल पकड़ता गया, जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने जांच शुरू की और प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर 12 कार्यक्रम अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से उनके पदों से हटा दिया। हटाए गए अधिकारियों की सूची इस प्रकार है:
- डॉ. प्रीति सतवानी – कंप्यूटर साइंस एवं सूचना प्रौद्योगिकी (यूजी इकाई)
- आशुतोष नायक – सिविल एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड कम्प्यूटेशनल (यूजी इकाई)
- डॉ. गीता मिश्रा – प्राणी शास्त्र विभाग
- डॉ. मधुलिका सिंह – वनस्पति विज्ञान एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग
- डॉ. ज्योति वर्मा – कला अध्ययन शाला विभाग
- डॉ. नीरज कुमार – रसायन विभाग
- डॉ. विकास चंद – वनस्पति विज्ञान एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग
- डॉ. प्रमोद कुमार द्विवेदी – वाणिज्य एवं प्रबंध विभाग
- डॉ. अश्वलेश्वर कुमार श्रीवास्तव – कंप्यूटर साइंस एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग
- डॉ. प्रशांत वैष्णव – कंप्यूटर साइंस एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग
- डॉ. सूर्यभान सिंह – रसायन विभाग
- डॉ. वसंत कुमार – कला अध्ययन शाला विभाग
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच जारी है और भविष्य में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
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