हारे हुए प्रत्याशी को जीत का प्रमाण पत्र, कोंटा में बवाल, कांग्रेस ने की रिकाउंटिंग की मांग…

कोंटा:28 फरवरी 2025 (स्वतंत्र छत्तीसगढ़ )

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कोंटा ब्लॉक में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने के तीसरे दिन अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। ब्लॉक के ग्राम पंचायत एर्राबोर में पंचायत चुनाव में जीत मिलने की खुशियां मना चुके सरपंच प्रत्याशी जब जीत का प्रमाण पत्र लेना पहुंची तो उसे पता चला कि चुनाव में उसकी नहीं बल्कि दूसरे प्रत्याशी की जीत हुई है और उसे जीत का प्रमाण पत्र भी रातों-रात बांट दिया गया। मामला ने जैसे ही तूल पकड़ा तो बवाल मच गया। 

बुधवार की देर रात को गड़बड़ी की जानकारी मिलते ही कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता कोंटा तहसील कार्यालय पहुंच गए और जमकर हंगामा मचाया। कांग्रेसियों ने रिटर्निंग आफिसर,पीठासीन अधिकारी और अन्य मतदान कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी से रिकाउंटिंग की मांग की है।

दरअसल सुकमा जिले के कोंटा तहसील अंतर्गत त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव 2025 का तीसरे व अंतिम चरण का मतदान 23 फरवरी को संपन्न हुआ। ग्राम पंचायत एर्राबोर में सरपंच पद के लिए कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी आस जोगी और भाजपा समर्थित प्रत्याशी कट्टम जोगी चुनाव लड़ रहे थे। मतदान के दिन ग्राम पंचायत एर्राबोर में सरपंच पद के लिए चार मतदान केन्द्र क्रमांक 109, 110, 111 व 112 में मतदान प्रक्रिया संपन्न कराई गई।

मतदान संपन्न होने के बाद शाम को मतों की गिनती की गई, जिसमें प्रत्याशी आस जोगी को 165, 202, 90 व 70 वोट मिले हैं। वहीं कट्टम लक्ष्मी को 88, 76, 173 व 129 वोट मिले। इसी तरह कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी आस जोगी ने 61 मतों से जीत दर्ज कर ली। आस जोगी को 527 और भाजपा समर्पित उम्मीदवार को 466 वोट प्राप्त हुए थे। मिली जानकारी के अनुसार सरपंच पद का चुनाव जीतने के बाद आस जोगी ने प्रमाण पत्र की मांग की। जिस पर पीठासीन अधिकारी ने विजय प्रमाण पत्र 26 फरवरी को प्रदाय करने की बात कही। जीती हुई प्रत्याशी 26 तारीख को जब प्रमाण पत्र लेने पहुंची तो अधिकारियों ने शिवरात्रि के कारण अवकाश होने की जानकारी दी और अगले दिन 27 तारीख को बुलाया गया। इसी बीच कोंटा के सहायक रिटर्निंग ऑफिसर ने शिवरात्रि की रात को करीब 8.30 बजे हारी हुई प्रत्याशी कट्टम लक्ष्मी को जीत का प्रमाण पत्र जारी कर दिया।

कांग्रेस नेता दुर्गेश राय ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा को सरकार में अधिकारी दबाव में काम रहे हैं। कोंटा ब्लॉक में 62 पंचायतों में नए सरपंच जीत कर आए हैं। कोंटा ब्लॉक के रिटर्निंग ऑफिसर 62 नवनिर्वाचित सरपंचों में से केवल एक प्रत्याशी को ही प्रमाण पत्र जारी किया है, वो भी छुट्टी के दिन। इस प्रकरण से साफ नजर आ रहा है कि मतगणना के बाद मतों के आंकड़ों में हेर-फेर किया गया है। पूरे मामले को जांच होनी चाहिए।

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