रायगढ़: 04 नवम्बर 2024 (स्वतंत्र छत्तीसगढ़ )
शहर में एक बार फिर धर्मांतरण के नाम पर बवाल हुआ है। शहर के मिट्ठूमुड़ा मोहल्ले के एक घर में रविवार की सुबह कुछ महिलाएं प्रार्थना कर रही थीं। इस बात की खबर जैसे ही हिंदू संगठनों को लगी, उन्होंने तत्काल मौके पर पहुंचकर उस मकान को घेर लिया और पुलिस को सूचित किया। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर कहासुनी हुई। हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रार्थना सभा के बहाने महिलाओं का धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया।
मामला तूल पकड़ता देख पुलिस ने 7 लोगों को हिरासत में लिया था, इसके बाद देर शाम पुलिस ने एक युवक और 3 महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। शहर के मिट्ठूमुड़ा मोहल्ला में रविवार की सुबह संतोष चौहान के घर पर धर्मांतरण को लेकर विवाद खड़ा हो गया। जब कुछ महिलाओं और पुरुषों ने एक विशेष धर्म की प्रार्थना की, तो इसकी आवाज सुनने के बाद शहर हिन्दू धर्म के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए घर को घेर लिया और पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम सहित जूटमिल थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने कुछ महिलाओं सहित दो अन्य लोगों को अपने साथ थाने लेकर गई और घर से कुछ सामान भी जब्त किया। धर्म परिवर्तन की शिकायत मिलने की जानकारी भाजपा नेताओं को मिली, जो अपने समर्थकों के साथ तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। इस दौरान ‘बटोगे तो कटोगे’ जैसे नारे भी लगाए गए। धर्म परिवर्तन की शिकायत पर पहुंचे हिंदू संगठन के अंशु टुटेजा ने बताया कि बीते कुछ दिनों से कुछ मोहल्लों में धर्मांतरण कराने की शिकायतें मिल रही थी। इसके बाद रविवार सुबह सूचना मिली कि काफी संख्या में महिलाएं यहां हैं और घर के बाहर तक उनकी आवाज आ रही थी। उन्होंने बताया कि अपने धर्म को अच्छा बताकर दूसरे धर्म विशेष को कमजोर बताया जा रहा था। इसका हमने विरोध किया और हम दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं।
बता दें कि पुलिस ने जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, वे सभी एक ही परिवार के हैं। इनमें संतोष सिंह, सुषमा सिंह, दमयंती सिंह और तृप्ती सिंह का नाम शामिल है। इन सभी के खिलाफ धारा 296, 299, 302, 351(3) और 3(5) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज किया गया है। रविवार को शासकीय अवकाश के चलते इन आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में रखा है। सोमवार को आज इन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा।
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