कृषि महाविद्यालय नारायणपुर में रावे कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि सूचना केंद्र का शुभारंभ…

स्वतंत्र छत्तीसगढ़ : नारायणपुर

सुनील सिंह राठौर

नारायणपुर : 15 सितम्बर 2023 . कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र केरलापाल, नारायणपुर मे रावे कार्यक्रम ( ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव) कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम पालकी का चयन किया गया। दिनांक 14 सितंबर को रावे के विद्यार्थीयों द्वारा ग्राम पालकी के घोटुल में कृषि सूचना केंद्र का शुभारंभ किया गया। जिसके अन्तर्गत ग्रामीण किसान भाई कृषि से संबंधित जानकारियां, समस्या का समाधान आदि रावे सूचना केंद्र मे आकर ले सकते हैं। कृषि सूचना केंद्र के उद्घाटन ग्राम पालकी सरपंच लक्ष्मन दुग्गा के मुख्य अतिथि के कर कमलों दवारा किया गया । इस कार्यक्रम मे डॉ. दिब्येंदु दास वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केंद्र, श्रीमती मंजुलता मरकाम प्राचार्य प्राथमिक शाला पालकी विशेष अतिथि तथा अध्यक्षता डॉ. रत्ना नशीने ने की

मुख्य अतिथि ग्राम पालकी सरपंच लक्ष्मन दुग्गा ने अपने भाषण में कहा की रावे कार्यक्रम को ग्राम पालकी में आयोजित करने के लिए अधिष्ठाता डॉ. रत्ना नशीने का आभार व्यक्त करता हूँ क्योंकि बहुत से कार्यक्रम हमारे गाँव में महाविद्यालय की ओर से आयोजित किए जाते है और हम ग्रामवासियों को बहुत फायदा भी हुआ है। इस कार्यक्रम में किसान भाइयों के साथ विद्यार्थी जुड़े रहेंगे तो कृषि की नई तकनीकों की जानकारी हमे मिलती रहेगी ।

डॉ. रत्ना नशीने, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र केरलापाल, नारायणपुर ने सभी चतुर्थ वर्षीय रावे विद्यार्थीयों को कृषि सूचना केंद्र के शुभारंभ पर बधाई देते हुए कहा की रावे कृषि शिक्षा का अति महत्त्वपूर्ण अंग है। इसे विद्यार्थीयों को अपने जीवन कौशल, उद्यम कौशल के विकास से जोड़कर अपने सर्वांगीण विकास को बढ़ाना चाहिए । उन्होंने कहा कि आप कृषकों की प्रमुख समस्याओं को अपनी डायरी में लिखकर उसके निदान हेतु प्रयास करें एवं कृषि कार्य में आने वाली चुनौतियों को इंगित कर कृषकों की प्रगति और राष्ट्र निर्माण में सहभागी बने।

डॉ. दिब्येंदु दास कृषि विज्ञान केंद्र, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख ने कृषि सूचना केंद्र के महत्व को बताते हुए अपने विद्यार्थी जीवन के अनुभव को साझा किया तथा किसानो से अनुशंसित बीज मात्रा एवं दवाइयों का प्रयोग करने का आग्रह किया।
डॉ. जे. एल. नाग, प्राध्यापक कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र केरलापाल, नारायणपुर ने कहा हमारे देश की प्रगति में किसानों का सबसे अहम रोल है। इनके योगदान को जितना सराहा जाए उतना कम है, तभी तो केंद्र और राज्य सरकारें लगातार किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। सिर्फ खेती-किसानी तक सीमित हमारे अन्नदाताओं को अब तकनीक और विज्ञान से जोड़ा जा रहा है।

डॉ. अनिल दिव्य सहायक प्राध्यापक ने अपने उदबोधन में विद्यार्थियों से कहा की आज तक आपने जो विषयों को पढ़ा है, उन्हें प्रायोगिक रूप से कृषकों को बताना है एवं किसानों के साथ रहकर उनसे अनुभव लेना है साथ ही साथ कृषि कार्य के वैज्ञानिक तरीकों को किसानों के साथ साझा करना है।
कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों एवं पालकी के प्रगतिशील कृषकगण को भेंट स्वरूप फलदार पौधे दिए। अथितियों द्वारा कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया । विद्यार्थियों ने प्रायोगिक रूप से बडिंग, ग्राफटींग, लेही विधि , बयासी हल आदि के बारे में जानकारी दी । कार्यक्रम का संचालन विद्यार्थी अंगद राज बग्गा और कुमारी कीर्ति साहू ने किया । युगलकिशोर ने रावे कार्यक्रम में विद्यार्थियों दवारा आज तक ग्राम में किए गये कार्यों की जानकारी, प्रीति ,नेहा गुप्ता , योगिता पटेल ने कृषको के सम्मान में कविता पाठ किया। चमनलाल मरकाम ने रावे कार्यक्रम के व्यक्तिगत अनुभव को साझा किया । शेखर साहू ने राज्यगीत की प्रस्तुति दी । आभार व्यक्त अंगद राज बग्गा ने किया ।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. अनिल दिव्य, डॉ. जे. एल. नाग, अतिथि अध्यापक – सूर्यकांत चौबे, डॉ. प्रशान्त बिझेकर, डॉ. नवनीत ध्रूवे, डॉ. कृष्णा गुप्ता, डॉ. सुमित, निधि यादव एवं डॉ. विकास वर्मा उपस्थित थे, कृषि के चतुर्थ वर्षीय रावे विद्यार्थीयों में अंगद राज बग्गा, कीर्ति साहू, पिंकी, युगलकिशोर, नेहा गुप्ता, प्रीति साहू, शेखर साहू, प्रेमप्रकाश, महेश पटेल एवं अन्य विद्यार्थीगण उपस्थित थे, पालकी ग्राम से किसान भाई, बहनें एवं माताएं उपस्थित थे।