रायपुर : 06 अक्टूबर 2024 (स्वतंत्र छत्तीसगढ़ )
नक्सलवाद के खात्मे और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों की गति तेज करने को लेकर 7 अक्टूबर को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और गृह मंत्रियों की उच्च स्तरीय बैठक होगी। इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री बैठक में राज्य में चल रहे नक्सल ऑपरेशन और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्यों की जानकारी देंगे।
साय ने बैठक से पहले कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार नक्सल प्रभावित इलाकों में न केवल सुरक्षा बलों द्वारा लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है, बल्कि इन इलाकों में विकास कार्यों को भी प्राथमिकता दी जा रही है। राज्य सरकार का उद्देश्य नक्सलियों के आतंक को समाप्त कर इन क्षेत्रों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना है।
हाल ही में नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले में बड़े नक्सल ऑपरेशन का उल्लेख करते हुए साय ने कहा, सर्च ऑपरेशन में अब तक लगभग 31 नक्सलियों के मारे जाने की जानकारी मिली है। यह छत्तीसगढ़ में अब तक का सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन है। इसके लिए मैं अपने बहादुर जवानों को बधाई देता हूं और उनके अदम्य साहस को नमन करता हूं।
नक्सल ऑपरेशन में मिली बड़ी कामयाबी
शुक्रवार को नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 28 से ज्यादा नक्सलियों के मारे जाने की खबर ने पूरे राज्य में सुरक्षा बलों के हौसले को नई ऊर्जा दी है। इस ऑपरेशन को लेकर साय ने सुरक्षाबलों को बधाई दी और कहा-यह कामयाबी हमारे सुरक्षा बलों की मेहनत और साहस का नतीजा है।
मैं उन्हें उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं। राज्य सरकार नक्सलवाद के खिलाफ इस संघर्ष को अपने अंतिम अंजाम तक पहुंचाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ जारी इस लड़ाई में हमें केंद्रीय गृह मंत्री शाह का भी पूरा सहयोग मिला है। उनकी रणनीति और मार्गदर्शन के चलते ही माओवादियों के खिलाफ यह सफल अभियान चलाया जा रहा है।
बैठक में विकास कार्यों का एजेंडा
दिल्ली में होने वाली बैठक में मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में किए जा रहे विकास कार्यों का ब्योरा भी पेश करेंगे। छत्तीसगढ़ सरकार ने इन इलाकों में सड़कों, स्कूलों, अस्पतालों और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की है।
इसके अलावा राज्य में रोजगार सृजन और ग्रामीण विकास के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि नक्सलवाद से प्रभावित क्षेत्रों के लोग विकास की मुख्यधारा से जुड़ सकें। साय ने कहा, हम माओवादियों से अपील करते हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास की मुख्यधारा में शामिल हों।
नक्सल प्रभावित इलाकों में सरकार द्वारा निरंतर विकास कार्य किए जा रहे हैं। सड़कें, बिजली, पानी और स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं, जिससे लोगों का जीवन स्तर बेहतर हो सके। केंद्रीय गृह मंत्री शाह की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को और तेज करने के लिए केंद्र से विशेष सहयोग की भी मांग की जाएगी।
ख़बरें और भी, हमारे ख़बरों से जुड़ने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें |