‘ऑनलाइन सट्टा ऐप बैन क्यों नहीं कर रहा केंद्र’:CM भूपेश ने पूछा- आपने चुनावी फंड तो नहीं ले लिया, क्यों कार्रवाई नहीं कर रहे ?

स्वतंत्र छत्तीसगढ़ :

CM भूपेश बघेल ने ऑनलाइन सट्टा ऐप की कार्रवाई को लेकर शनिवार को फिर सवाल उठाए। इस बार उन्होंने पूछा कि, केंद्र इसे बैन क्यों नहीं कर रहा है, क्या आपने चुनावी फंड तो नहीं ले लिया? अब तक आखिर कोई एक्शन क्यों नहीं लिया जा रहा है?

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में ऑनलाइन सट्‌टा एप का भी मुद्दा जोरों से चल रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बयान देकर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार और भाजपा पर आरोप लगाते हुए कह दिया कि एप के मालिकों से चुनावी फंडिंग कराई जा रही है, शायद इसलिए केंद्र सरकार कोई एक्शन नहीं ले रही।

‘एप बैन करने का काम राज्य का नहीं’

सीएम भूपेश बघेल ने आगे कहा कि एप बंद करने का काम राज्य सरकार नहीं कर सकती है, यह केंद्र सरकार कर सकती है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा- एप अब तक हिंदुस्तान में क्यों चल रहा है? एप संचालकों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो रही है? बघेल ने कहा कि एप के आरोपी बीजेपी लोगों के साथ मिलकर पार्टियां करते हैं, तो ऐसे में मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता है।

हाल ही में भाजपा के नेताओं ने ये तक कहा था कि दुबई से एप संचालक छत्तीसगढ़ में पैसा भेज रहे हैं। आतंकी फंडिंग कर रहे हैं। इस पर भी CM बघेल ने कहा कि- इससे ज्यादा मूर्खतापूर्ण और हास्यास्पद बात क्या हो सकती है। मैं तो ये पूछ रहा हूं कि केंद्र एप को बैन क्यों नहीं कर देता क्यों एक्शन नहीं लिए गए जबकि हमने कार्रवाई की हैं 400 से अधिक लोगों को पकड़ा गया।

भाजपा ने दुबई से पैसा आने की बात कही थी

हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने सट्‌टा एप्प को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी को घेरते हुए कहा था कि इस ऑनलाइन सट्टे के जरिए आंतकी फंडिंग की आशंका है इसलिए मुख्यमंत्री को स्वयं आगे आकर इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA से जांच करवाने की पहल करनी चाहिए।

चौधरी ने कहा था कि दुबई से संचालित एप को कुख्यात माफिया गिरोह डी-कंपनी का संरक्षण मिला है। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के चुनाव मीडिया प्रभारी विधायक सिद्धांत नाथ सिंह ने भी रायपुर में कहा था कि- सट्‌टा एप के जरिए मनी लांड्रिंग हो रही है। ईडी की कार्रवाई का हवाला देते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि दाऊद इब्राहिम के भाई के तार सट्‌टा एप के सूत्रधार सौरभ चंद्राकर से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। ऐसे में दाऊद का पैसा छत्तीसगढ़ आने से इनकार नहीं किया जा सकता।

ED के वकील सौरभ पांडे ने बताया अगली सुनवाई 25 नवंबर को होगी।

सट्‌टा एप मामले में अब तक क्या हुआ?
ED ने 20 अक्टूबर को रायपुर की अदालत में चालान पेश किया है। 8 हजार से अधिक पेज में पूरे सट्‌टा गिरोह के कारनामों और सबूत कोर्ट को ED ने दिए हैं। इसमें भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल,चंद्रभूषण वर्मा,सतीश चंद्राकर,अनिल धमानी,सुनील धमानी,विशाल आहूजा,धीरज आहूजा,पूनाराम वर्मा,शिव कुमार वर्मा,यशोदा वर्मा और पवन नत्थानी को आरोपी बनाया गया है। पिछले 4 महीने में हुई गिरफ्तारी में चंद्रभूषण वर्मा,सतीश चंद्राकर,अनिल धमानी और सुनील धमानी नाम के लोग इस वक्त जेल में हैं। अगली सुनवाई 25 नवंबर को रायपुर में होनी है।