कीमती लकडियों की अवैध तस्करी, वन विभाग के संयुक्त टीम ने पकड़ा…

स्वतंत्र छत्तीसगढ़ :

सुनील सिंह राठौर

नारायणपुर:- नारायणपुर वन विभाग एवं दंतेवाड़ा वन विभाग की संयुक्त टीम द्वारा बेशकीमती लकडियों का परिवहन, जो अवैध रूप से हो रहा था, पकड़ा गया।


बता दें पूरा मामला बारसूर थाना क्षेत्र अंतर्गत सातधार इंद्रावती में सागौन चिरान व साल लकड़ी के चौखट एक टिप्पर(ट्रक)के माध्यम से बीती रात के अंधेरे में ले जाया जा रहा था। इस अवैध कारोबार में नारायणपुर के कड़ेमेटा थाना क्षेत्र के किसी व्यक्ति द्वारा किया जा रहा है। इस आपरेशन टीम के एक सदस्य गजेंद्र साहू (बीट फारेस्ट आफिसर)ने बताया कि, हमारे डीएफओ साहब को सूचना मिली थी कि अवैध रूप से सागौन चिरान के तस्करी हो रही है | जिस सूचना के तहत वन विभाग की टीम गठित कर फौरन कार्यवाही करने का आदेश दिया गया था , जिस पर हमने कार्यवाही करते हुए सुबह 5:00 बजे बारसुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सातधार इंद्रावती पर उक्त टिप्पर वाहन को पकड़ने में कामयाबी हासिल की | जिसमें 33 नग साल लकड़ी के चौखट एवं 20 नग सागौन के चिरान मौके पर जप्ती की गई। टिप्पर सहित मौके पर चार लोगों को बंधक बनाया गया।

उन्होंने यह भी कहा कि कड़ेमेटा से तस्करी आए दिन हो रही है ,इसकी जानकारी भी थी जिसमें हम लोग 6-7 दिनों से वॉच कर रहे थे और लगभग हर जगह अपने वन विभाग के गार्ड की तैनाती किए हुए थे, इसकी भनक उक्त व्यक्ति को लग गई थी जिस कारण अवैध सागौन तस्करी के लिए बारसूर से कोंडागांव ले जाना उचित समझा क्योंकि नारायणपुर की ओर कड़ी चौकसी जो थी।
DFO दिनेश पटेल ने पत्रकारों से चर्चा करते कहा हमें आइटीबीपी फोर्स के सहयोगियों द्वारा सूचना मिली थी कड़ेमेटा के किसी व्यक्ति द्वारा अवैध रूप से सागौन लकड़ी की तस्करी हो रही है। जिस पर कार्यवाही करने के लिए वन विभाग की दो से तीन टीमें बनाकर चौकसी की जा रही थी और आज देर रात हो रहे अवैध परिवहन का पीछा हमने कड़ेमेटा से बारसूर तक किया तब जाकर कामयाबी मिली। टिप्पर सहित साल के चौखट और सागौन के चिरान जप्त किए गए। उक्त अवैध लकडियों की अनुमानित कीमत जो वीडियो क्लिप्स माध्यम से हमारे आपरेशन टीम ने भेजी है,से हमने अंदाजा लगाया है लगभग 2 से 3 लाख रुपए होनी चाहिए। अवैध रूप से हो रही तस्करी का मुख्य आरोपी की पतासाजी की जा रही है, तभी स्पष्ट रूप से बता पाएंगे कि, इसके पीछे मुख्य रूप से कौन जिम्मेदार है।