बिना काम किए डीडीओ ने अपने चहेते शिक्षकों को जारी किया वेतन…

स्वतंत्र छत्तीसगढ़ :

मूल स्कूल पर काम नहीं करने वाले शिक्षकों को डीडीओ ने पावर प्राप्त प्राचार्य व बीईओ अपने चहेते शिक्षकों को वेतन जारी कर दिया। जबकि अन्य शिक्षकों को वेतन से वंचित रखा गया है। डीडीओ अधिकारी द्वारा भेदभाव करने से शिक्षक आक्रोशित हैं।
Bilaspur News: बिना काम किए डीडीओ ने अपने चहेते शिक्षकों को जारी किया वेतन

HIGHLIGHTS

  1. बिल्हा बीईओ कार्यालय में अभी भी अटैच हैं शिक्षक
  2. चार सितंबर को शासन ने कर दिया रिलीव
  3. इन शिक्षकों के नाम पर जारी किया वेतन

बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। जिला के स्कूल शिक्षा विभाग के डीडीओ मनमानी पर उतर आए हैं। वेतन जारी करने के अधिकार का दुरूपयोग करते हुए शासन को आर्थिक रूप से चपत लगाने के लिए अपने चहेते शिक्षकों को वेतन जारी कर दिया। जबकि ये शिक्षक अपने मूल स्कूल पर ज्वाइन ही नहीं किए हैं। वहीं, मूल स्कूल में ज्वाइन नहीं करने वाले अन्य शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है।

बिलासपुर संभाग में शिक्षकों की पदोन्नति के बाद संशोधन पदस्थापना में गड़बड़ी मिलने के बाद राज्य शासन ने संशोधन पदस्थापना को रद कर दिया था। साथ ही शिक्षकों को अपने-अपने स्कूल में ज्वाइन करने के आदेश दिए थे। इसके बाद जिले के सात सौ से अधिक शिक्षकों में हड़कंप मच गया। शिक्षक शासन के आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट पहुंच गए। कोर्ट ने यथास्थिति रखने का फैसला सुनाया था।

मूल स्कूल पर काम नहीं करने वाले शिक्षकों को डीडीओ ने पावर प्राप्त प्राचार्य व बीईओ अपने चहेते शिक्षकों को वेतन जारी कर दिया। जबकि अन्य शिक्षकों को वेतन से वंचित रखा गया है। डीडीओ अधिकारी द्वारा भेदभाव करने से शिक्षक आक्रोशित हैं। वेद प्रकाश साहू लिमतरा प्राइमरी स्कूल के प्रधान पाठक थे। पदोन्नति प्रधान पाठक पूर्व माध्यमिक शाला कहरौद विकासखंड बिल्हा में की गई थी।

साहू ने संशोधन करवाकर पूर्व माध्यमिक शाला भटगांव पदस्थापना करवाई थी। इसके बाद शासन ने संशोधन पदस्थापना को रद कर दिया। इसके बाद भी साहू ने अपने मूल स्थान पर ज्वाइन नहीं की। वर्तमान में बिल्हा शिक्षा विकासखंड कार्यालय में अटैच हैं। मूल स्थान पर काम नहीं करने के बावजूद विभाग द्वारा वेतन जारी किया गया। इसके अलावा पूर्व माध्यमिक शाला सिंघरी रविंद्र बागड़े शिक्षक वर्ग-2 भी बिल्हा कार्यालय में अटैच हैं।

चार सितंबर को शासन ने कर दिया रिलीव:

संशोधन पदस्थापना वाले स्कूलों में काम करने वाले शिक्षकों को चार सितंबर को शासन ने रिलीव कर दिया था। अगर कोई अपने मूल शाला जाना चाहते हैं तो ज्वाइन कर सकते हैं। जो अटैच में हैं, उनका वेतन जारी नहीं होगा। यानी वे शिक्षक काम नहीं कर रहे हैं।

इन शिक्षकों के नाम पर जारी किया वेतन:

तुलसी पांडे की पदोन्नति प्राथमिक शाला झल्फा से बावली हुआ था। पदस्थापना संशोधन के बाद बालक चकरभाठा स्वामी आत्मानंद स्कूल में दी गई थी। ये मूल स्थान पर सेवा नहीं दे रही हैं। दुजराय, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शाला पासीद में पदस्थ थे। उसकी पदोन्नति शाला रायगढ़ लाखा में हुई थी।

वे संशोधन के बाद फिर से पसीद आ गए। यहीं काम रह रहे हैं। सुधा राजपूत शासकीय प्राथमिक मोहदा से पदोन्नति कुकुसदा पथरिया मुंगेली में हुई थी। पदस्थापना संशोधन के बाद बिल्हा सेवार स्कूल में दी गई। वर्तमान में यहीं पदस्थ हैं। वेद प्रकाश साहू प्राथमिक शाला लिमतरा में एचएम थे। इसके बाद इसकी पदोन्नति कहरौदा में हुई थी। इसके बाद पदस्थापना संशोधन भटगांव में हुई, पर ये बिल्हा बीईओ में अटैच हैं।

जांच के बाद उचित निर्णय लेंगे जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू ने कहा कि अटैच शिक्षकों को वेतन जारी होने के बारे में जानकारी लूंगा। इस संबंध में फाइल देखने के बाद जांच करेंगे। फिर उचित निर्णय लिया जाएगा।