राज्यपाल द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये प्रधान अध्यापिका ब्रजेश्वरी रावटे व प्रधान अध्यापक देवेंद्र देवांगन को राजधानी में किया सम्मानित…

स्वतंत्र छत्तीसगढ़ :

सुनील सिंह राठौर : नारायणपुर

नारायणपुर : शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन 5 सितंबर को राजधानी रायपुर के राजभवन के दरबार हाल में राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन तथा शिक्षा मंत्री के द्वारा उत्कृष्ट कार्य और अविस्मरणीय योगदान के लिए जिले के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बंगलापारा नारायणपुर के प्रधान अध्यापक श्रीमती ब्रजेश्वरी रावटे को राज्य शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया।


विगत 29 वर्ष से अपनी सेवाएं विशेष जनजाति अंचल में छुपे हुए प्रतिभा को निखारने की बेहतरीन कार्य शिक्षा के क्षेत्र में संवेगात्मक रूप से जुड़कर सहयोगात्मक बालकों में हमेशा मां की भूमिका निभाते शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में दिशा कैरियर, पारंपरिक शिक्षा युवा महोत्सव के लिए 2017 में मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव ज्ञानदीप पुरस्कार से सम्मानित हुए। तथा भारतीय दलित साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़, संविधान दिवस के शुभ अवसर पर प्राईड ऑफ टीचर अवार्ड उत्कृष्ट पहल के लिए सर्वोच्च अंलकार से नवाजा गया।

वर्ष 2019 में उन्हें शिक्षकों की कमी एवं नेतृत्व का अभाव को देखते हुए बंगलापारा स्कूल में पदस्थ किया गया! जहां अनियमित उपस्थित, जनसहयोग का अभाव तथा अप्रभावी अध्यापन कार्य, जर्जर अधोसंरचना पर व्यापक सुधार करते अपने कुशल नेतृत्व से संस्था को वर्ष के भीतर इस क्षेत्र के अग्रिम पंक्ति में शामिल कर लिया। कोरोनावायरस के संकट काल में हमारी शिक्षा व्यवस्था जिस स्थिति से गुजर रही थी तब भी हिम्मत ना हारते हुए अपने बच्चों को शिक्षा से विमुख होने नहीं दिया और मुहल्ला क्लास पेड़ों के नीचे संचालित किया। नवाजतन साल त्यागी बच्चों को प्रवेश देकर आज अपने संस्थान में उपचारात्मक शिक्षण, गुणवत्ता पूर्ण व्यापक सुधार करते हुए। स्मार्ट क्लास, मुस्कान लाइब्रेरी, सक्षम बेटियां प्रेरित मार्शल आर्ट, गणित विज्ञान क्लब, राष्ट्रीय आविष्कार नवाचारी गतिविधियां, सुसज्जित प्रयोगशाला, व्यावसायिक शिक्षा, यूथ इको क्लब, विज्ञान गणित ओलंपियाड, कबाड़ से जुगाड़ मॉडल निर्माण, शैक्षिक नवाचार अध्यापन करते हुए इस विद्यालय में उपलब्धि सूचकांक विकसित करा रही है।
देवेंद्र देवांगन प्रधान अध्यापक ज्ञान ज्योति प्राथमिक शाला कोडोली:

देवेंद्र देवांगन ने दिनांक 11/ 8/ 2006 से शिक्षकीय कार्य प्रारंभ किया, ज्ञान ज्योति प्राथमिक शाला कोडोली जो करमरी पंचायत के आश्रित ग्राम ‘नरिया कोडोली’ में आता है। सुदूर वनांचल एवं आदिवासी क्षेत्र में पहली पोस्टिंग हुई थी। भवन विहीन एकल शिक्षकीय शाला में बच्चों को पढ़ना अत्यंत कठिन कार्य था किंतु देवेंद्र ने हिम्मत नहीं हारी और बच्चों को इमली वृक्ष के नीचे अध्ययन कराया। कुछ वर्षों बाद ग्राम पंचायत एवं जन भागीदारी से एक छोटा सा विद्यालय एक कक्ष का बना दिया गया। विद्यालय जिला मुख्यालय से 22 किलोमीटर दूर सुदूर वनांचल में स्थित है अति संवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र में होने की वजह से कोई साधन उपलब्ध नहीं है, जिस कारण बच्चों को आधुनिक सुख-सुविधा से वंचित रहना पड़ता है। देवेंद्र देवांगन का 18 वर्ष का कार्यकाल हो रहा है जबकि वे 13 वर्ष तक एकल शिक्षक के रूप में कार्य कर चुके हैं, बीच में एक शिक्षक जरूर पोस्टेड हुए थे पर वर्तमान में वे पुनः इकलौते ही स्कूल का संचालन कक्षा पहली से कक्षा पांचवी तक का और वह भी मात्र एक ही कक्ष वाले स्कूल में संपन्न कर रहे हैं।

2021 में इन्हें (देवेंद्र) मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण पुरस्कार, ज्ञानदीप तथा जिला स्तर पर अरविंदो सोसाइटी एवं कलेक्टर द्वारा 2020 में उत्कृष्ट शिक्षक से सम्मानित किया गया है। कोरोना काल के दौरान मोटरसाइकिल गुरुजी के रूप में बच्चों के अध्यापन को सुचारू रूप से चालू रखा था, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं हुई।
देवेंद्र देवांगन शिक्षा के प्रति समर्पित है, बच्चों को हर संभव गुणात्मक शिक्षा देने का प्रयास करते हैं। गांव, समाज, समुदाय से जुड़कर विद्यालय के लिए आवश्यक संसाधन जुटाने का कार्य बखूबी करते हैं। वह अच्छी व नवाचारी शिक्षा के लिए टेक्नोलॉजी एवं डिजिटल संसाधनों का उपयोग करने के पक्षधर हैं।

2021 में नई दिल्ली से सरकार की एक टीम आई थी सर्वे करने उन्होंने “अभिभावक मित्र” गठन करने की सलाह दी थी और देवेंद्र देवांगन ने 18 नवंबर 2021 को इसका गठन भी किया है। अभिभावकों व मित्रों के सहयोग से तथा प्रति परिवार रुपए 100 लेकर एवं स्वयं को मिले पुरस्कार राशि को मिलाकर विद्यालय के लिए एक स्मार्ट टीवी खरीदा गया है। गांव के ही बेरोजगार युवक- युवतियों को जोड़कर विवेकानंद नृत्य दल का गठन कर इस विधा को रोजगार मूलक बनाने में उन लोगों द्वारा प्रयास किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त स्थानीय हाट बाजार में इस नृत्य दल को होटल आदि चलाकर आय अर्जित करने हेतु प्रेरित किया गया है। शिक्षा विभाग के समस्त अधिकारियों ने देवेन्द्र देवांगन, श्रीमती ब्रजेश्वरी रावटे को बधाई प्रेषित किया।