ग्रामीण का बिगड़ा चुनावी समीकरण: पंकज शर्मा को करनी पड़ेगी चालीस हजार वोटों के लिए जद्दोजहद …

रायपुर : 04 अगस्त 2023

बीरगांव नगर पालिका के पूर्व महापौर ओमप्रकाश देवांगन ने कांग्रेस प्रवेश की भरपूर कोशिशें की लेकिन विधायक सत्यनारायण शर्मा और उनके सुपुत्र पंकज शर्मा की जिद के चलते यह संभव ना हो सका | अंततः कल एक बड़े समारोह में उन्होंने भाजपा में शामिल हुवे | माना जा सकता है कि देवागंन को भाजपा रायपुर ग्रामीण से उम्मीदवार खड़ा करेगी |

पूर्व महापौर ओमप्रकाश देवांगन सहित पांच पार्षदों के भाजपा प्रवेश ने कांग्रेस की चिंताएं बढ़ा दी हैं | अब कांग्रेस को रायपुर ग्रामीण में जीत के लिए 40 हजार वोटों के लिए जद्दोजहद करनी होगी | पंकज शर्मा के लिए भी चुनौतियां बढ़ गई हैं |
आपको बता दें कि कि बीरगांव नगर पालिका, भनपुरी, खमतराई, WRS और मोवा क्षेत्र मिलाकर रायपुर ग्रामीण में 95 हजार से ज्यादा वोटर हैं | और यह भी देखा गया कि यहाँ के विधानसभा के नतीजे हमेशा बदलते रहे | किसी भी दल का एकतरफा सिक्का कभी नही चला , लेकिन एक तरफ भाजपा अपना दबदबा बढ़ाती गई तो दूसरी ओर कांग्रेस ने satyanarayan शर्मा के अलावा कोई विकल्प ही खड़ा नही होने दिया | जिसके चलते कांग्रेस के लिए इलाका कमजोर होता गया | 2018 के चुनाव में ही सत्यनारायण शर्मा यह सीट हारते हारते रह गए थे | हालांकि उनकी लो​कप्रियता और सम्मान हमेशा कायम रहा पर उम्र और समय किसी के लिए स्थायी नही | इस बार संभवत: उनके सुपुत्र पंकज शर्मा चुनाव लड़ सकते हैं | हालांकि इसके लिए आलाकमान की मंजूरी चाहिए |

स्वतंत्र छत्तीसगढ़ के दर्पण में कई चिंताजनक बातें सामने आई हैं | वह यह कि अगर विधायक सत्यनारायण शर्मा की जगह उनके लड़के पंकज शर्मा चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें जीत के लिए काफी पसीना बहाना होगा | खबर है कि पंकज शर्मा के कार्यशैली को लेकर पार्षद अनवर हुसैन, पार्षद नागभूषण यादव, पूर्व महापौर ओम प्रकाश देवांगन सहित आसपास के छह वर्तमान पार्षद नाराज बताए जाते हैं. इनका मानना है कि सत्यनारायण शर्मा ने हमेशा अपने बेटे के लिए सोचा और उसे ही आगे बढ़ाया जबकि कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करते रहे | बीरगांव क्षेत्र के पांच पार्षदों के भाजपा प्रवेश ने भी पंकज के लिए ‘एंटीइनकमबेंसी बढ़ा दी है इसलिए देवांगन के भाजपा प्रवेश के बाद अब पंकज शर्मा की उम्मीदें पार्षद नागभूषण यादव पर टिक गई हैं | यादव संभवत: पांचवी बार इलाके के पार्षद चुने गए हैं और एमआईसी सदस्य भी हैं, उन्हें सत्यनारायण शर्मा के खेमे का ही माना जाता है परंतु जरूरी नही है कि वे पंकज शर्मा का साथ देंगे | नागभूषण की कोई खास महत्वाकांक्षा नही है पर वे इलाके में इतने लोकप्रिय हैं कि पांचवी बार पार्षद निर्वाचित हुए हैं | उन्हें साधने पर ही पंकज शर्मा का विधायक बनने का सपना साकार हो सकता है | बीरगांव के पांच पार्षद ऐवज देवांगन, वेदराम साहू, भीखम देवांगन पूर्व नेता प्रतिपक्ष, अश्विनी चांदेर, डिगेश्वरी देवांगन, मन्नू बंजारे, सतनामी समाज नेता नानूदीवान, भागवत साहू इत्या​दि के भाजपा प्रवेश ने पंकज शर्मा के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं |