CU और एल.एन. गूमिलियोव यूरेशियन नेशनल यूनिवर्सिटी, कजाकिस्तान के बीच एमओयू…

रायपुर : 31 जुलाई 2023:

गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय), बिलासपूर और एल.एन. गूमिलियोव यूरेशियन नेशनल यूनिवर्सिटी, कजाकिस्तान के बीच दिनांक 30 जुलाई, 2023 को एमओयू हुआ। इस समझौता ज्ञापन पर केन्द्रीय विश्वविद्यालय की ओर से माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल तथा एल.एन. गूमिलियोव यूरेशियन नेशनल यूनिवर्सिटी, कजाकिस्तान की ओर से भारत में कजाकिस्तान उच्चायोग के काउंसलर विभाग के प्रमुख श्री अरमान इलियासोव हस्ताक्षर किये। उल्लेखनीय है कि दिनांक 29-30 जुलाई, 2023 को नई दिल्ली के आईटीपीओ सेंटर, प्रगति मैदान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की तीसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री महोदय श्री नरेंद्र मोदी के करकमलों से हुआ। दोनों विश्वविद्यालयों के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के दौरान भारत सरकार के केन्द्रीय शिक्षा मंत्री माननीय श्री धर्मेंद्र प्रधान जी, केन्द्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार सहित विभिन्न केन्द्रीय उच्च शिक्षा संस्थान के प्रमुख उपस्थित थे। इस अवसर पर माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि कजाकिस्तान गणराज्य के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के साथ हुआ यह समझौता ज्ञापन राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के भारतीयता के साथ शिक्षा और शिक्षण के अंतरराष्ट्रीयकरण के उद्देश्य को पूरा करता है। यह समझौता ज्ञापन दोनों देशों को अकादमिक रूप से और अधिक समीप लाने में कारगार सिद्ध होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में दोनों देश सांस्कृतिक आदान प्रदान के साथ शैक्षणिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देंगे।


कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ने कहा कि हमारा लक्ष्य उच्च शिक्षा में वैश्विक सहयोगात्मक पहल को रेखांकित करना है और गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय, को एक महत्वपूर्ण घटक बनाते हुए भारत को वैश्विक शैक्षिक मानचित्र पर स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से युवाओं के लिए कौशल विकास, रोजगार के समुचित अवसर, स्टार्ट अप के लिए प्रेरित करना, शोध एवं नवाचार के लिए अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। भारत में कजाकिस्तान उच्चायोग के काउंसलर विभाग के प्रमुख श्री अरमान इलियासोव सहित अन्य अतिथियों ने दोनों सस्थानों के मध्य हुए इस समझौता ज्ञापन पर हर्ष व्यक्त करते हुए सहयोग एवं समन्वय पर बल दिया।
एमओयू से दोनों संस्थानों को होगा फायदा:
इस एमओयू के तहत अकदामिक, शोध, अनुसंधान एवं नवाचार के क्षेत्र में दोनों संस्थानों द्वारा किये जा रहे नवीनतम कार्यक्रमों एवं प्रयासों को साझा किया जाएगा। दोनों संस्थानों के शोधार्थी एवं शिक्षक उनके पास उपलब्ध सॉफेस्टिकेटेड एनालेटिकल इंस्ट्रूमेंट्स फेसेलिटी का उपयोग कर सकेंगे, जिससे गुणवत्तापूर्ण शोधकार्यों का संपादन सुनिश्चित किया जा सके।
इस समझौता ज्ञापन के अंतर्गत दोनों संस्थान के शोधार्थी एवं शिक्षक शोध एवं अन्य अकादमिक गतिविधियों हेतु एक-दूसरे के संस्थानों का शैक्षणिक भ्रमण कर सकेंगे। दोनों संस्थान साथ मिलकर विभिन्न विषयों पर संगोष्ठियां, अल्पकालिक कार्यक्रम, कार्यशालाएं एवं सिम्पोजियम का आयोजन करेंगे। दोनों संस्थान संयुक्त रूप से उपाधि एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों की विषयवस्तु पर विचार करेंगे। दोनों संस्थान एक-दूसरे के प्रशासनिक अधिकारियों को प्रशासन एवं अकादमिक प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
यह समझौता ज्ञापन दोनों देशों के मध्य सासंस्कृतिक गतिविधियों को मजबूत करने के दृष्टिकोण से कार्य करेंगे।

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