जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति रायमुनी भगत के आपराधिक कृत्य पर ग्राम पंचायत सरपंच ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन , महासभा ने पूछा कितने ईसाईयों को हिन्दू बनाया …

आनंद गुप्ता : जशपुर (21 जून 2023 )

जशपुर: बीते 6 जून को शहर के समीप ग्राम बालाछापर में हुई मारपीट और हुड़दंग सभा को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। ईसाई महासभा के पदाधिकारी ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर घर वापसी अभियान के तहत ईसाइयों को मूल धर्म में लाने की संख्यात्मक जानकारी मांगी है। इसमें कहा गया है कि अगर यह कार्यक्रम फर्जी नहीं है तो ईसाई से हिंदू बने लोगो की सूची सौंपे। जशपुर ब्लाक की ग्राम पंचायत सरपंच सिंहासन मिंज ने कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में 1968 से लेकर अब तक घर वापसी अभियान के तहत कितने लोगों ईसाई धर्म से हिंदू धर्म में वापस लाया गया और कितने मामले में धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के तहत जिला मजिस्ट्रेट को पूर्व में जानकारी दी गई।

आवेदन में सिंहासन मिंज ने बिना कानूनी प्रक्रिया के घर वापसी कार्यक्रम के आयोजन पर की गई कार्रवाई की जानकारी भी कलेक्टर से मांगी है। ईसाई महासभा के कार्यकर्ताओं ने सवाल किया है कि रियासतकाल में लोगों पर कोड़े बरसाकर अत्याचार करने और लोगों की जमीन छीनने की बाद रिकार्ड में दर्ज है या नहीं। साथ ही आज तक घर वापसी में कितने ईसाइयों को हिन्दू बनाया गया है, उसकी जानकारी मांगी है। ईसाई महासभा ने पूछा है हिंदू बनाने के पहले कितने मामलों में जिला मजिस्ट्रेट से अनुमति ली गई। इस आवेदन में मिंज ने जिला पंचायत जशपुर की अध्यक्ष रायमुनि भगत से संबंधित कुछ व्यक्तिगत जानकारी भी चाही है। जाहिर है, धर्मांतरण को लेकर दोनों पक्षों में विवाद फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है।

जानकारी के लिए बता दें कि बालाछापर मामले में नन विभा केरकेट्टा सहित 5 लोगों के खिलाफ धारा 295 ए और 153 ए के तहत आपराधिक प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तारी करने के बाद ईसाई आदिवासी महासभा सामने आ गया है।

बालाछापर में चंगाई सभा के आयोजन करने के दावे को सिरे से नकारते हुए महासभा का दावा है हीरामुनि बाई के घर में मिस्सा प्रार्थना सभा का आयोजन किया जा रहा था। इसी दौरान जिला पंचायत जशपुर की अध्यक्ष रायमुनि भगत के साथ हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने हंगामा मचाते हुए पूजा व्यवधान डाला। महासभा इस मामले में हंगामा मचाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहा है।