“एक भारत श्रेष्ठ भारत” सत्य साई संजीवनी के साथ युवा संगम का कार्यक्रम संपन्न …

रायपुर : 18 जून 2023

एक भारत श्रेष्ठ भारत सत्य साई संजीवनी के साथ युवा संगम ‘ एक भारत श्रेष्ठ भारत ‘ कार्यक्रम के तहत ; नागालैंड के दीमापुर स्थित एनआईटी और शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्रों ने श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल और श्री सत्य साई सौभाग्यम का दौरा किया । एनआईटी दीमापुर के समन्वयक के. मोतेमसू ऐयर, इम्तिसेनला लोंगकुमेर, केविसेनो खाते और सुदुवेयी सपू और एनआईटी रायपुर के डॉ. शारदा नंदन रॉ, डॉ. तीरथ प्रसाद साहू और डॉ. मीना मुर्मू ने ऊर्जावान छात्रों की टीम का नेतृत्व किया । आगमन पर, श्री सत्य साईं संजीवनी कॉलेज ऑफ नर्सिंग एंड एलाइड हेल्थ केयर साइंसेज के छात्रों द्वारा प्रतिनिधियों का गर्मजोशी से पारंपरिक स्वागत किया गया ।

डॉ. सी. राजेश्वरी ऑडिटोरियम में बैठक की शुरुआत डॉ. सी. श्रीनिवास, चेयरमैन, श्री सत्य साई हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट; डॉ. रागिनी पाण्डेय, चीफ पीडियाट्रिक कार्डिएक सर्जन और एनआईटी दीमापुर और रायपुर के गणमान्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ । डॉ. निखिल शुक्ला ने सत्य साई संजीवनी केंद्रों की 10 साल की यात्रा का विवरण प्रदान किया । उन्होंने नवा रायपुर में  माँ एवं बाल हॉस्पिटल, दिव्य माँ एवं बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम , नर्सिंग कॉलेज जैसी पहलों के बारे में विस्तार से बताया । आगंतुकों के लिए सत्य साई संजीवनी अस्पताल और सौभाग्यम पर वीडियो वृत्तचित्र दिखाए गए । डॉ. सी. श्रीनिवास ने एनआईटी रायपुर और दीमापुर के  समन्वयकों को सम्मानित किया ।

युवाओं ने मिजोरम, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मरीजों तथा  उनके माता-पिता को ‘ जीवन का उपहार ’ प्रमाण पत्र  और पुरस्कार  भेंट किए । मिजोरम की 1 साल 4 महीने की मोई के पिता ने कहा कि उनकी बेटी को निजी अस्पतालों के ५ लाख रुपये के मुकाबले यहाँ पूर्णतः निःशुल्क इलाज़ किया गया । उन्हें प्रसन्नता थी कि उत्तर पूर्व से होने के नाते; नवा रायपुर में उत्तर पूर्व के छात्रों ने उनका और उनके परिवार का स्वागत किया । 4 साल 6 महीने की नांसिका पंकज के पिता अपने दिल की बात साझा करते हुए बहुत भावुक हो गए ।

7  बहनों और 1 भाई के रूप में लोकप्रिय पूर्वोत्तर राज्यों के युवाओं का स्वागत करते हुए  डॉ. रागिनी पाण्डेय ने कहा कि ‘ जनजाति ‘ ईश्वर द्वारा प्रदत्त  ‘ मानवजाति ‘  है और हम सभी को आदिवासी विरासत पर गर्व होना चाहिए । पूर्वोत्तर राज्यों में जन्मजात हृदय रोग (सीएचडी) की खतरनाक घटनाओं का जिक्र करते हुए; उन्होंने युवाओं से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि सीएचडी वाला एक भी बच्चा उचित चिकित्सा देखभाल से वंचित न रहे । उन्होंने यह कहकर अपना भाषण समाप्त किया कि युवा बदलाव ला सकते हैं । अपने भाषण में, अध्यक्ष डॉ. सी. श्रीनिवास ने युवाओं से राष्ट्र की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ‘ एक भारत श्रेष्ठ भारत ‘ को एक जीवित वास्तविकता में बदलने की अपील की । उन्होंने कहा कि यह शुरुआत एक ऐसे दिल के साथ की जा सकती है जो महसूस करता है, एक ऐसा दिमाग जो कल्पना करता है, एक क्षमता जो निरंतर प्रयास करता है और एक अदम्य इच्छाशक्ति जो प्राप्त करता है   ।

फिर नागालैंड टीम को संजीवनी समूह  की लड़कियों द्वारा छत्तीसगढ़ी पंथी नृत्य से रूबरू कराया गया ।

एनआईटी दीमापुर के श्री ऐयर ने श्री सत्य साई संजीवनी टीम को इस तरह के अनोखे अस्पताल का अवलोकन हेतु धन्यवाद दिया, जो पहले कभी नहीं देखा गया । उन्होंने ‘ एक भारत श्रेष्ठ भारत ‘ पहल के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया जिसके तहट युवावर्ग को नागालैंड से नवा रायपुर ले आया ।

एनआईटी, रायपुर से डॉ. शारदा नंदन रॉ ने कहा कि उन्होंने अस्पताल के बारे में सुना था और दौरा करने के बाद; वह भावनात्मक रूप से जुड़ गये  ।  उन्होंने अनुभव किया कि डॉक्टर रुपी  भगवान इस अस्पताल में रोगी के रूप में भगवान को ठीक कर रहे हैं । उन्होंने सत्य साई संजीवनी द्वारा किए गए सेवा के महान मिशन को युवाओं द्वारा हर संभव समर्थन देने का वादा किया । कार्यक्रम का संचालन डॉ निखिल शुक्ला ने किया और समापन राष्ट्रगान से हुआ  ।