रामकृष्ण मिशन विवेकानन्द विद्यामंदिर, कुतुल में नवनिर्मित विद्यालय भवन का उद्घाटन संपन्न …

सुनील सिंह राठौर : नारायणपुर

नारायणपुर : 14 जून 2023 नारायणपुर मुख्यालय से 52 किलोमीटर दूर बीहड़ जंगल के अवस्थित कुतुल गांव में रामकृष्ण मिशन का नवनिर्मित विद्यालय भवन का उद्घाटन आज दिनांक 14 जून 2023 दिन बुधवार को सम्पन्न हुआ।

रामकृष्ण मिशन विवेकानन्द विद्यामंदिर, कुतुल में नवनिर्मित विद्यालय भवन का उद्घाटन स्वामी मुक्तिदानन्दजी महाराज, अध्यक्ष, रामकृष्ण आश्रम, मैसूर तथा न्यासी, रामकृष्ण मठ एवं रामकृष्ण मिशन, बेलुड़ मठ के करकमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। उक्त उद्घाटन समारोह में स्वामी व्याप्तानन्द जी महाराज सचिव- रामकृष्ण मिशन आश्रम नारायणपुर, स्वामी अव्ययात्मानन्द सचिव- रामकृष्ण मिशन विवेकानंद आश्रम रायपुर, सह-सचिव स्वामी वसुदानन्द, स्वामी प्रापत्यानन्द, स्वामी कृष्णामृतानन्द, स्वामी जपयज्ञानन्द, कुतुल के प्रधान अध्यापक सुखचंद मंडावी, कुंदला आश्रम के प्रधान अध्यापक लोमेश साहू, आकाबेड़ा के सोमारू नाग, कच्चापाल के ओमप्रकाश पुजारी, इरकभट्टी के प्रधान अध्यापक टीकाराम साहू, आश्रम के इंजीनियर राकेश चंद्राकार, प्रकाश वर्मा, विभास सरकार, कुतुल आश्रम के समस्त कर्मचारिवृन्द, कुतुल गांव के ग्रामवासी एवं आश्रम में अध्ययनरत समस्त छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।


ज्ञात हो कि रामकृष्ण मिशन आश्रम, नारायणपुर पिछले 38 साल से नारायणपुर के अबूझमाड़ के जनजातियों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्र में कार्य कर रहा है। श्रीमती इंदिरा गांधी जी के अनुरोध पर रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलुड़ मठ (पश्चिम बंगाल) की ओर से यह केंद्र ब्रह्मलीन स्वामी आत्मानन्द जी महाराज ने 2 अगस्त 1985 को इस सेवा कार्य का शुभारंभ किया था। मात्र 40 विद्यार्थियों को लेकर विवेकानंद विद्यापीठ की शुरुआत हुई थी। आज नारायणपुर और 6 भीतरी केंद्र – ओरछा,कुंदला, आकाबेड़ा, इरकभट्टी, कच्चापाल और कुतुल में कुल मिलाकर लगभग 2600 बच्चे अध्यनरत है।
कुतुल के पुराने विद्यालय भवन का उद्घाटन मोतीलाल बोरा जी, मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश के करकमलों द्वारा 9 जून 1986 को सम्पन्न हुआ था। आज 37 साल में वह भवन जर्जर हो गया था, बच्चों को बैठने में बहुत असुविधा हो रही थी। अब नए विद्यालय भवन के उद्घाटन से बच्चे बहुत खुश है। मुख्य अतिथि स्वामी मुक्तिदानन्द ने कहा, यह विद्यालय अबूझमाड़ के बच्चों की सर्वांगीण विकास में सहायक सिद्ध होगा, यहां से पढ़ाई कर बच्चे आगे चलकर अपने गांव का नाम रोशन करेंगे।