ब्रह्मांड के सारे रहस्य आपके मस्तिष्क में, स्टोरेज हैं जरुरत हैं उसे सर्च करने की-साइंटिस्ट नंद कुमार चक्रधारी।

नवापारा राजिम : सुजीत निषाद

कंसारी समाज ने किया प्रतिभा सम्मान एवं कैरियर गाइडेंस का भव्य आयोजन।

नवापारा राजिम- शिक्षा किसी भी परिवार समाज और राष्ट्र के विकास के लिए मजबूत हथियार हैं। जिसकी सहायता से पूरे संसार में एक नया चमत्कार और नवनिर्माण के कार्य किए जा सकते हैं।शिक्षा के द्वारा ही सामाजिक आर्थिक राजनीतिक धार्मिक और व्यक्तित्व निर्माण के हर पहलू को स्पर्श किया जा सकता हैं संस्कार सभ्यता परंपरा और संस्कृति को सहेजने और संवारने में शिक्षा सबसे ज्यादा जरुरी हैं शिक्षा के इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए
कंसारी समाज श्री सत्यनारायण मंदिर प्रांगण में शिक्षा विकास समिति के द्वारा प्रतिभा सम्मान एवं कैरियर गाइडेंस कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। राजकीय गीत मंदाकिनी कंसारी के द्वारा प्रस्तुत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। मुख्य अतिथि राकेश गोलछा डिप्टी कलेक्टर कांकेर,अध्यक्षता नंद कुमार चक्रधारी,सहायक प्राध्यापक पं. रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी रायपुर(साइंटिस्ट, भारतीय तारा भौतिकी संस्थान बैंगलोर और इसरो से रिसर्च,) विशेष अतिथि सौरभ भांडगे, M.D. डॉक्टर,संचालक माहेर मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल कुर्रा, समाज प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित सहदेव कंसारी राजकुमार कंसारी गोविंदा कंसारी, संतोष कंसारी, धर्मिन कंसारी, कलिदान कंसारी,बलराम कंसारी, सुनील कंसारी तुकाराम कंसारी,ने मां सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथि परिचय पश्चात स्वागत गीत कल्याणी कंसारी एवं प्रेरणा गीत की प्रस्तुति माही कंसारी ने दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे साइंटिस्ट नंद कुमार चक्रधारी ने कहा विज्ञान और तकनीकी के ज्ञान से आसमान तक जाने मे सफ़ल हैं जमाना।हम विज्ञान में प्रगति नहीं करते तो आज भी हमारा जीवन पहले की तरह कठीन और दुष्कर होता नवीन आविष्कारों ने हमे बहुत लाभ पहुंचाया है चारो ओर अनेक तकनीकी मौजूद है मोबाइल टी.वी.कंप्यूटर इन्टरनेट आदि।नई तरह की दवाइयां चिकित्सा उपकरणों की सहायता से अब जटिल रोगों का ईलाज भी संभव हो गया हैं। इस तरह से हम कह सकते हैं की आज के समय में आधुनिक तकनीकी के बिना हमारा विकास संभव नहीं विज्ञान और प्रौद्योगिकी आधुनिकरण के हर पहलू को प्रत्येक राष्ट्र में लागू किया गया है दुनिया मे एक देश से दूसरे देशों में मजबूत ताकतवर और अच्छी तरह विकसित होने के लिए विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र मे नए आविष्कार करना बहुत आवश्यक है।विज्ञान जिज्ञासा के समाधान का महत्वपूर्ण माध्यम हैं ब्रम्हांड के सारे रहस्य आपके अंदर है ज़रूरत हैं उन्हें सर्च करने की,जो भी करना है प्रैक्टिकल करे सिर्फ़ किताबी ज्ञान पर्याप्त नहीं नवीन परीक्षण की खोज और पुरानी वस्तुओं एवं सिद्धांतो का पुन: परीक्षण करना जिससे की नए तथ्य प्राप्त हो सके उसे शोध कहते हैं आज छत्तीसगढ़ के कई प्रतिभाशाली वैज्ञानिक देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं प्रतिभा किसी परिचय का मोहताज नहीं खामोशी से मेहनत कीजिए सफ़लता शोर मचा देगी, प्रोजेक्टर के माध्यम से बहुत ही रोचक जानकारी समाज के बच्चों के भविष्य को सुनहरा बनाने के लिए दी गई।
मुख्य अतिथि राकेश गोलछा ने कहा की किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठीन परिश्रम जरुरी है बिना मेहनत के आप आगे नहीं बढ़ सकते सफ़लता की सीढ़ी चढ़ते हुए कभी भी परिवार का साथ न छोड़े हमेशा उनका आशीर्वाद लेकर कार्य करे शुरुवात करने मे समस्या तो आतीं है लेकिन जिद और लगन हो तो हर काम आसान हो जाती है बिना मार्गदर्शन के मंजिल तक नहीं पहुंच सकते इसलिए जिस कार्य में रुचि है उसके विशेषज्ञ से संपर्क करें सलाह ले और सही दिशा में ईमानदारी से कार्य करें ठान ले तो कुछ भी असंभव नहीं बस कभी हारकर न बैठे कोशिश करते हैं दुनिया की कोई शक्ती आत्मविश्वास से बड़ी नहीं। विशेष अतिथि सौरभ भांडगे ने कहा किसी भी शासकीय सेवा में जाने के लिए एक ही मार्ग हैं एकाग्र होकर पढाई करना आज तकनीकी युग है हर काम आसान है चांद के दर पर जा पहुंचा है आज जमाना और हम घर पर बैठकर सोचते रहे तो कुछ नहीं कर सकते अपनी काल्पनिक दुनिया से निकल कर हौसलों को उड़ान दिया जा सकता हैं व्यवहारिक दुनिया मे ही हम अपनी हर सपनों को पूर्ण कर सकते हैं सोचे कम कार्य अधिक करें।
इस अवसर पर समाज की प्रतिभा को सम्मानित किया गया।शिक्षा विकास समिति के अध्यक्ष गोपाल कंसारी, उपाध्यक्ष राजेश कंसारी सचिव नागेंद्र कंसारी सहसचिव कल्याणी कंसारी, कोषाध्यक्ष उत्तम, संजीव कंसारी एवं अतिथियों ने दसवी बोर्ड में समाज में प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त काजल कंसारी, आदित्य कंसारी, बारहवी बोर्ड सृष्टि कंसारी, प्रियांशु कंसारी को मेडल प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर प्रश्नमंच प्रतियोगिता अनिल कंसारी डिकेश कंसारी के मार्गदर्शन में सफलता पूर्वक किया गया जिसमें प्रथम प्रियांशु, आदित्य, तिलक कंसारी द्वितीय वरुण दिशा,हर्षिता कंसारी तृतीय काजल नमिता, प्रथम कंसारी के साथ सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। उपस्थित अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर आत्मीय सम्मान किया गया।
भव्य समारोह का सफ़लता पूर्वक संचालन सरोज कंसारी एवं आभार नागेंद्र कंसारी ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में कंसारी समाज संगठन,मंदिर कमेटी,युवा,महीला संगठन शिक्षा विकास समिति के सदस्यों पदाधिकारियों सहित भुनेश्वर, माला, सुनयना,अर्चना, सविता माला एवं मुकेश कंसारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
उक्त जानकारी प्रचार प्रसार प्रमुख सरोज कंसारी ने दी।