पत्थलगांव क्षेत्र में कबाड़ का धंधा जोरों पर , सरकारी कबाड़ समानो में भी होता है मोटा खेल..

कौन हैं ये लूना गैंग के लोग,क्या करते हैं,क्या इनकी मुसाफिरी थाने में दर्ज है,पढ़िए खबर

पत्थलगांव : पत्थलगांव के आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों शहर हो या गांव हर जगह गली मोहल्लों में लूना लेकर कबाड़ खरीदने वाले देखे जाते है। जिस प्रकार पत्थलगांव में छोटी छोटी चोरियां आए दिन लोगों को परेसान कर रखा है,अंदेशा लगाया जा रहा है कि दूसरे प्रदेश से कुछ लोग आकर के लूना में घूम घूम कर कबाड़ का कार्य कर चोरी का सामानों को खपाने का भी प्रयास करते है । जिससे क्षेत्र में चोरी की घटनाओं में इजाफा हो रहा है । विदित हो कि बीते एक महीने में पत्थलगांव के अलग अलग जगहों से एक दर्जन से भी ऊपर ट्रेक्टर,पिकअप,वाहनों से बैटरी एवं सेल्फ की चोरी हुई हैं,जिस पर कुछ लोगों ने तो शिकायत दर्ज कराया पर कुछ ने इस चोरी को आम बता कर शिकायत भी दर्ज नहीं कराया है, पत्थलगांव थाने के नाक के नीचे इस तरह की कबाड़ी का धंधा वर्षों से चालाया जा रहा है लेकिन पुलिसिया कार्यवाही नही होने से इन लूना गैंग कबाड़ीयों का हौसला सातवें आसमान पर है । यूं कहें तो पुलिस कार्यवायी न के बराबर होती रही है। सूत्रों की माने तो कई थानों में इनकी मंथली बंधी होती है जिससे इनकी वाहनों में कोई रोकटोक नही करता है। हां पर यदि किसी थाने में मंथली नही पहुंचती वहां इनकी वाहनों पर कार्रवाई जरूर कर दी जाती है,फिर दुबारा इस मामले में कोई कार्यवाही न करना ही पुलिस को संदेह के घेरे में ले आती है|

ज्ञात हो कि आसपास के विभिन्न स्थानों पर कबाड़ का धन्धा चालाया जा रहा है । सरकारी कबाड़ के समानो सहित चोरी का समान समय समय पर इन काबड़ी के दुकान में खपने का अंदेशा है । क्योकिं आजकल ऐसी ऐसी मशीनों का उपयोग होने लगा है जिससे मिनटों में सामान का कचुम्बर बन जाता है। ऐसे में समान की कोई पहचान भी नही हो पाती। देखा जाए तो ये सब समान बड़े शहरों के कबाड़ के काम करने वाले को भेज दिया जाता है जहां इसे गलाकर लोहे के अन्य सामान बना बाजार में विक्रय किया जाता है। वही दूसरी ओर सरकारी कार्यालयों के भी कबाड़ समानो का भी औने पौने दामों में खरीदारी की जाती है और ऊंचे दामो में बिक्री कर दी जाती है।

इतना ही नही दूसरे प्रदेश से आने वाले लोग इस धंधे को बिना रोक टोक के जोर शोर से कर रहे है । पता नही गांव गांव में फैले इन सभी लूना गैंग के लोगों का पुलिस ने मुसाफिरी दर्ज भी कराया है या नहीं ये जांच का विषय है| चोर नए-नए क्षेत्र में चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। बाइक चोरी,बोरवेल से पम्पों की चोरी, ट्रेक्टर,पिकअप एवं टावर से बैटरी चोरी सहित अनेको जरूरत मंद समाग्री की चोरी की जा रही है । इन्हें कबाड़ दुकानों में आसानी से खपाया भी जा रहा है। चोरी की घटना को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन लगातार प्रयासरत है। लेकिन, कबाड़ दुकानों में शिकंजा कसने के लिए अभी तक कोई प्रयास नहीं किया गया है।ऐसा लगता है मानो पुलिस के संरक्षण में कबाड़ी खुलेआम कारोबार कर रहा है। पुलिस कार्रवाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकता पूरी करती है। यह भी स्पष्ट है कि पुलिसकर्मी द्वारा कबाड़ी पर किसी तरह का कार्यवाई न करना लोगों के जेहन में सांठ गांठ जैसे शक पैदा करती है ।

बहरहाल लोगों की माने तो वर्तमान थानेदार की चर्चा शहर में खूब है,उनकी तत्काल कार्यवाही अपराधियो के कान घड़े कर रखे हैं,बीते दिनों शहर या गांव में हुवे पुलिस की कुछ कार्यवाही भले ही सराहनीय रही है पर कुछ मुद्दे आज भी सहर में हैं जो पुलिस सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े करते हैं।अब देखना होगा कि पत्थलगांव पुलिस बाहर से आए लोगों की जांच सहित छोटे छोटे चोरियों का खात्मा कैसे करती है |