छत्तीसगढ़ में बस्तर के 10 जलप्रपात कुछ ऐसे ….

छत्तीसगढ़ में बस्तर अपनी हरीभरी वादियाँ , घने जंगल. ऊँचे वाटर फाल और प्राकृतिक सुन्दरता के लिए अपनी पहचान बनाए रखा है | जो इन दिनों जबकि अब गर्मी का मौसम आ चूका है | तो आपको बता दें कि, छत्तीसगढ़ में अगर घुमने आना हो तो बस्तर की प्राकृतिक छटा का आनंद लेना न भूलें |

बस्तर का सबसे मशहूर जिसे मिनी नियाग्रा के नाम से जाना जाता है , जो कि चित्रकोट जलप्रपात ,जगदलपुर से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर है | इस जलप्रपात में बस्तर की इन्द्रावती की जलधारा गिरती है ,जिसकी ऊँचाई लगभग 90-से 100 फीट की है | इस जलप्रपात को देखने के लिए 12 महीनों लोगो का आना जाना लगा रहता है | यहाँ आये पर्यटकों के लिए खाने, ठहरने की उत्तम व्यवस्था बनाया गया है |

दुसरे नंबर पे आता है तीरथगढ जलप्रपात जो जगदलपुर से लगभग 35 किलोमीटर दूरी पर कांगेर वेली नेशनल पार्क है , जिसमे यह जल प्रपात देखने को मिलता है | इस जलप्रपात की उंचाई लगभग 80 फीट है | यहाँ भी कई फिल्मों की शूटिंग के गयी है | यहाँ भी खाने पीने की उत्तम व्यवस्था उपलब्ध है |

तीसरे नंबर पर आता है मेंद्री घूमर तामडा घूमर जलप्रपात ,जिसकी दूरी चित्रकोट जलप्रपात से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर मेंद्री घूमर और तामडा घूमर जलप्रपात है | जिसका आकार अंग्रेजी के लेटर (C ) जैसा दिखता है | इस जलप्रपात की उंचाई करीब 80 फीट है | यहाँ भी कई फिल्मों की शूटिंग की गयी है | वैसे इन दोनों में भीषण गर्मी में जलस्तर कम रहता है |

चौथे नंबर पर आता ही हान्दावाडा जलप्रपात , जिसके बारे में सुने कम होंगे परन्तु हम आपको इसके विषय में कुछ जानकारी दें तो आप उत्सुक हो जायेंगे इसे देखने को | फिल्म बाहुबली में जो जलप्रपात का सीन देखा होगा ,उस सीन को इस जलप्रपात को देखने के बाद ही डायरेक्टर ने चित्रण किया है | यह जलप्रपात नारायणपुर,बीजापुर और दंतेवाडा जिले के सरहदी गाँव हान्दवाडा के करीब है ,इसलिए इसका नाम हान्दवाडा जलप्रपात रखा गया है | इसकी ऊँचाई सबसे ऊँचा 300 फीट है |

पांचवे नंबर पे आता है झारालावा जलप्रपात ,जो की जगदलपुर से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है | इसकी उंचाई लगभग 80 फीट है | यह धुरली पंचायत के बासंपुर झिरका इलाके में मौजूद है | बरसात में इसकी ख़ूबसूरती मनमोहक हो जाती है |

फुलपाड जलप्रपात जो जगदलपुर से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है | इसकी भी उंचाई 80 फीट है | इस जलप्रपात में बरसाती नाले की धारा गिरती है | यहाँ पहुँचने के लिए दंतेवाडा जिले से नकुलनार होकर पालनार और पालनार से कुछ ही दूरी पर विराजमान है |

प्रतापगिरी जलप्रपात ,जो कि सुकमा जिले के सरहद में है | इसकी ऊंचाई 100 फीट से भी अधिक है | यहाँ पहुँचने के लिए जगदलपुर से करीब 70 किलोमीटर तोंगपाल के कोयलाभट्टी पहुंचना होगा | इसके बाद हमीरगढ़ ,जैमर से होते हुवे 10 किलोमीटर का सफ़र तय करने के बाद आप यहाँ आ जायेंगे | इस जलप्रपात के पास प्रतापगिरी गाँव होने के कारण इसका नाम प्रतापगिरी जलप्रपात पड़ा |

नीलम सरई जलप्रपात , जो कि बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में है | यह घने जंगलों के बीच नक्सल इलाके में है | यहाँ से बीजापुर मुख्यालय 40 से 50 किलोमीटर है | इसकी ऊँचाई लगभग 300 फीट है |

मंडवा जलप्रपात जो कि बस्तर जिले के जगदलपुर से 30 किलोमीटर दूर डिलमिली पहुँचने के बाद अल्वा ,ढ़ोंढरपाल होत्ते हुवे यहाँ पहुँच सकते हैं | यह बस्तर का मशहूर पिकनिक स्पॉट माना गया है | इसकी उंचाई 50 फीट है |

बीजाकसा जलप्रपात जो कि जगदलपुर से 50 किलोमीटर दूर पर स्थित है | यहाँ जाने के लिए जगदलपुर से उसरिबेडा जाना होगा | यहाँ से इन्द्रावती नदी पार नारायण पाल से रतेंगा पहुंचना होगा | फिर कुछ ही दूरी पर यह जलप्रपात मौजूद है | इसकी उंचाई 70-80 फीट है | इस तरह से बस्तर का आनंद ले सकते हैं |