विशाखापट्टनम : 24 अप्रैल 2025 (स्वतंत्र छत्तीसगढ़)
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें आंध्र प्रदेश के दो निवासी भी शामिल थे। इस हमले को लेकर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने गहरा शोक व्यक्त किया है और इसे भारत की अखंडता पर हमला करार दिया है। मारे गए दो आंध्रवासियों – सेवानिवृत्त बैंक कर्मचारी जेएस चंद्रमौली और आईटी पेशेवर मधुसूदन – के परिजनों को मुख्यमंत्री ने 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। बुधवार देर रात मुख्यमंत्री नायडू विशाखापट्टनम पहुंचे और हवाई अड्डे पर चंद्रमौली के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी और अंतिम यात्रा के दौरान कुछ दूरी तक शव वाहन के साथ भी चले।
“पूर्वनियोजित आतंकवादी कृत्य”
मीडिया से बातचीत में नायडू ने इस हमले को “पूर्वनियोजित और संगठित आतंकवादी कृत्य” बताया। उन्होंने कहा, “यह हमला केवल कुछ व्यक्तियों पर नहीं, बल्कि भारत की अखंडता और शांति पर है।” उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब देश में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न हुए हैं और कश्मीर में रोजगार के नए अवसर सामने आ रहे हैं।
हाई अलर्ट पर आंध्र प्रदेश
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य को हाई अलर्ट पर रखा गया है, विशेषकर इसकी लंबी तटरेखा को देखते हुए। उन्होंने केंद्र सरकार के सहयोग से सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने की बात कही। साथ ही उन्होंने आम नागरिकों से सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देकर “खुफिया नागरिक” बनने की अपील की।
देश नहीं झुकेगा
नायडू ने कहा, “भारत को अस्थिर करने की यह एक साजिश है, लेकिन देश ऐसे किसी भी प्रयास के आगे नहीं झुकेगा। हम सबको मिलकर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा।” उन्होंने विश्वास जताया कि भारत 2047 तक वैश्विक मंच पर एक अग्रणी राष्ट्र बनेगा और इस प्रकार के हमले देश की प्रगति को रोकने में असफल रहेंगे।
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