दुर्ग : 20 अप्रैल 2025 (Sc टीम)
दुर्ग शहर के वैशाली नगर स्थित केनरा बैंक में साइबर ठगी से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है। बैंक के 111 खातों में कुल 87 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेन-देन का खुलासा हुआ है। मामले की गंभीरता को देखते हुए बैंक प्रबंधन ने तत्काल पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद वैशाली नगर थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। बैंक मैनेजर द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार, समय-समय पर इन खातों में साइबर फ्रॉड के पैसे ट्रांसफर किए गए। जैसे ही बैंक को इस गड़बड़ी का संदेह हुआ, तत्काल कार्रवाई करते हुए करीब 22 लाख रुपये की राशि को होल्ड कर लिया गया और पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी गई।
इन धाराओं में मामला दर्ज: दुर्ग पुलिस ने इस मामले में खाताधारकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 317(2)-BNS, 317(4)-BNS, 318(4)-BNS, और 61(2)(a)-BNS के तहत एफआईआर दर्ज की है। पुलिस का मानना है कि यह एक संगठित साइबर अपराध का हिस्सा हो सकता है, जिसमें जल्द ही बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां संभव हैं।
महादेव ऐप गैंग से जुड़ाव की आशंका: सूत्रों के अनुसार, दुर्ग जिला लंबे समय से महादेव ऐप सिंडिकेट का गढ़ माना जाता रहा है। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि यह फर्जी खाते महादेव एप से जुड़े साइबर नेटवर्क का हिस्सा हो सकते हैं। कई खाताधारक इस सिंडिकेट के लिए “म्यूल अकाउंट्स” के रूप में काम कर रहे थे — यानी ऐसे खाते जिनके जरिए अवैध राशि को ट्रांसफर कर निकाला गया।
कुछ मामलों में यह भी सामने आया है कि स्थानीय युवाओं को बहला-फुसलाकर या झांसा देकर उनके नाम से बैंक खाते खुलवाए गए, जो बाद में फ्रॉड के लिए इस्तेमाल किए गए। जब तक बैंक को पूरे नेटवर्क की भनक लगी, तब तक अपराधी अपने खातों से राशि निकाल चुके थे।
दुर्ग में जल्द हो सकती है कार्रवाई: इससे पहले ऐसे ही कई मामले रायपुर और बिलासपुर में भी उजागर हो चुके हैं, जहां म्यूल अकाउंट्स से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। अब दुर्ग पुलिस भी उसी दिशा में जांच कर रही है और जल्द ही इस नेटवर्क से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है।
बैंकिंग फ्रॉड से सतर्क रहें: पुलिस और बैंक अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात व्यक्ति को अपने बैंक खाते से संबंधित जानकारी न दें और किसी भी तरह के लालच में आकर अपने दस्तावेज साझा न करें।
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