लोरमी: 20 अप्रैल 2025 (टीम)
मुंगेली जिले के लोरमी थाना क्षेत्र के कोसाबाड़ी गांव में 7 साल की बच्ची के अपहरण मामले ने अब राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। घटना के 9 दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस के हाथ खाली हैं, जिससे नाराज कांग्रेस ने रविवार को “बेटी बचाओ न्याय यात्रा” निकाली।
कांग्रेस पदयात्रा की शुरुआत अपहृत बच्ची के गांव कोसाबाड़ी से हुई, जो लोरमी तक निकाली गई। इस दौरान महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। यात्रा के बाद लोरमी थाने का घेराव किया गया, जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झूमाझटकी हो गई। धक्का-मुक्की में कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चोट भी आई।

इस पूरे आंदोलन में पीसीसी चीफ दीपक बैज भी शामिल हुए। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “हम बेटी बचाओ न्याय यात्रा के जरिए उस मासूम बच्ची को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। प्रदेश में बच्चियों के साथ लगातार हो रही घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं।”
11 अप्रैल की रात लगभग 2 बजे हुई इस अपहरण की वारदात के बाद से ही इलाके में दहशत का माहौल है। लेकिन अब तक पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन और उग्र होगा।
अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि आखिर बच्ची अपहरणकांड की गुत्थी कब सुलझेगी और मासूम को कब न्याय मिलेगा।
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