रायपुर। शहर की बदहाल गार्डनों को लेकर महापौर मीनल चौबे ने सख्त रुख अपनाया है। सोमवार सुबह वे खुद निरीक्षण के लिए गार्डन पहुंचीं और मौके पर बदहाल स्थिति देखकर नाराजगी जताई। महापौर ने संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई और ठेकेदार को तत्काल नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
महापौर ने कहा, “जब मैं नेता प्रतिपक्ष थी, तब भी गार्डन का व्यवसायीकरण गलत था, और अब महापौर हूं, तब भी यह गलत ही है। ठेका अपने समय तक रहेगा, लेकिन आगे नहीं बढ़ेगा।”
गार्डन में फैली गंदगी, नशेड़ियों का अड्डा:
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि गार्डन में कहीं भी सफाई नहीं थी। न पानी की समुचित व्यवस्था है, न माली तैनात हैं और न ही सुरक्षा गार्ड। शौचालय की हालत इतनी खराब है कि वह बीमारी का केंद्र बन चुका है। इसके साथ ही गार्डन में नशेड़ियों की मौजूदगी से स्थानीय लोग परेशान हैं। महापौर ने निर्देश दिए हैं कि सभी गेटों पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएं, हरियाली सुनिश्चित की जाए और CCTV कैमरे लगाए जाएं।
लाखों की कमाई, फिर भी मेंटेनेंस शून्य:
बताया जा रहा है कि गार्डन के मेंटेनेंस के नाम पर ठेकेदार दुकानदारों से लाखों रुपए किराया वसूलता रहा है। बीते पांच वर्षों में करोड़ों की कमाई के बावजूद गार्डन की हालत बदतर बनी रही। कहीं कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है, न ही सुरक्षा की व्यवस्था।
कड़ी कार्रवाई की चेतावनी:
महापौर चौबे ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि यदि तय समय में सुधार नहीं किया गया तो ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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