डी ए वी नेशनल स्पोर्ट्स में मोनेट डी ए वी के विद्यार्थियों ने लहराया परचम…

रायपुर: 10 दिसंबर 2024 (स्वतंत्र छत्तीसगढ़)

वर्ष 2024 25 का नेशनल लेवल डी ए वी टूर्नामेंट, डी ए वी पब्लिक स्कूल दिल्ली में खेला गया। यह हम सबके लिए एक अविस्मरणीय अवसर था जब हमारे बच्चों ने खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर इतिहास रचा । यह न केवल मोनेट डी ए वी पब्लिक स्कूल के लिए अपितु समस्त छत्तीसगढ़ डीएवी के लिए गौरव की बात है। शाला को अपने खेलों के द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन कर गौरान्वित करने वाले बच्चों में आयशा सिद्दीका, श्रेयश राजपूत, आदर्श तिवारी, बबलू प्रधान, निहाल सिंह ,मोहम्मद शाहनवाज खान ,अन्वेष बहरा तथा मास्टर आदितेश तथा मास्टर सोहन दास के नाम प्रमुख है। इन सभी बच्चों का स्वागत शाला के सभी शिक्षक शिक्षकों तथा विद्यार्थियों ने करतल ध्वनि के साथ किया। शाला प्राचार्य से राजकुमार शर्मा ने पुष्पमाला पहनकर तथा मेडल पहना कर तथा फोटो खिंचवाकर बच्चों का उत्साह वर्धन किया ।


आयशा सिद्दीका ने अंदर 14 गर्ल्स ग्रुप के शॉट पुट में सिल्वर मेडल जीतकर शाला को गौरान्वित किया उन्होंने शॉट पुट 8 फीट और 26 सेंटीमीटर फेंका।
इसके साथ ही शाला के फुटबॉल के खिलाड़ियों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से शाला का मान बढ़ाया। वे छत्तीसगढ़ टीम का हिस्सा थे। फुटबॉल के 16 खिलाड़ियों में से 8 खिलाड़ी मोनेट दव पब्लिक स्कूल के थे। फुटबॉल खिलाड़ियों का पहला मैच पंजाब के खिलाफ था जिसे 1 – 0 से खिलाड़ियों ने जीता। क्वार्टर फाइनल में छत्तीसगढ़ में आंध्र प्रदेश को तीन- शून्य से हराया।
बिहार को तीन – एक से पेनल्टी शूटआउट में हराकर टीम ने फाइनल में प्रवेश किया। फाइनल मैच राजस्थान के खिलाफ खेला गया जिसमें छत्तीसगढ़ टीम उपविजेता रही।
मास्टर श्रेयश राजपूत इस टूर्नामेंट के टॉप स्कोरर रहे जो कि मोनेट डी ए वी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी हैं। उन्होंने दो गोल किया।


इसके साथ ही कक्षा आठवीं के आदित्य देव ने 68वें नेशनल स्कूल गेम्स वर्ष 24 – 25 में भाग लिया तथा छत्तीसगढ़ राज्य की अंदर -17 लड़कों की फुटबॉल टीम का प्रतिनिधित्व कर शाला को गौरवान्वित किया। यह राष्ट्रीय आयोजन 30 नवंबर से 10 दिसंबर 2024 तक जम्मू कश्मीर के खेल महासंघ के तत्वाधान में हुआ। शाला प्राचार्य ने आदितेश देव को पुष्पमाला पहनकर तथा प्रमाण पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया।
शाला प्राचार्यश्री राजकुमार कुमार शर्मा ने सभी खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई देकर उनका हौसला अफजाई किया। उन्होंने अपने उद्बोधन ने कहा कि नेशनल तक पहुंचना अपने आप में महत्वपूर्ण है। पर जो बच्चे नेशनल में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त नहीं कर पाए हैं उन्हें निराश होने की आवश्यकता नहीं है। यहां तक पहुंचना ही अपने आप में महत्वपूर्ण होता है। निरंतर अभ्यास से उन्हें भविष्य में अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में अवश्य सफलता मिलेगी। मोनेट डीएवी के इतिहास में पहली बार यह उपलब्धि रही है कि नेशनल में छत्तीसगढ़ डीएवी की तरफ से मोनेट डीएवी का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है ।शाला प्राचार्य श्री राजकुमार शर्मा ने कहा कि चिंगारी जल चुकी है और उसे अब मशाल बनने में वक्त नहीं लगेगा और आने वाले भविष्य में विद्यार्थी हमारे और अधिक उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे।

खेल प्रशिक्षक श्री सुनील कुमार देव ने अपने उद्बोधन में कहा कि शाला प्राचार्य ने बच्चों को नेशनल स्पोर्ट्स में भाग लेने में हर संभव मदद की तथा उनका उत्साहवर्धन किया यह उनकी सकारात्मक सोच का परिणाम है कि बच्चे सफलता प्राप्त कर सके तथा आने वाले भविष्य में और अधिक उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही अन्य शिक्षक शिक्षिकाएं, जो विद्यार्थी गणों के साथ दिल्ली गए थे, जिनमें श्री मनीष कुमार जायसवाल, श्रीमती लक्ष्मी नायर तथा सुश्री पद्मावती उन सभी को उनके अप्रतिम भूमिका के लिए तहे दिल से उनके प्रति आभार व्यक्त किया।

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