रायपुर के सत्य साई संजीवनी अस्पताल में स्वतंत्रता दिवस मनाई गई…

रायपुर : 17 अगस्त 2024 (स्वतंत्र छत्तीसगढ़ )


श्री सत्य साई संजीवनी हॉस्पिटल, अटल नगर नया रायपुर में 78वां स्वतंत्रता दिवस देशभक्तिपूर्ण माहौल में मनाया गया । बाल विकास और एम.एससी. नर्सिंग के छात्रों, स्टाफ सदस्यों और मरीज़ों के परिचारकों ने हाथों में झंडे लेकर और भारतमाता की जय’, ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाते हुए मार्च पास्ट में भाग लिया । सफल सर्जरी के बाद छुट्टी के लिए तैयार मरीजों की उपस्थिति में मुख्य बाल हृदय सर्जन डॉ. रागिनी पांडे ने झंडा फहराया ।

इस अवसर पर बोलते हुए, डॉ. पांडे ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति हमारी कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन है । अब समय आ गया है कि हम अपनी मातृभूमि के प्रति योगदान दें। उन्होंने इस तथ्य पर जोर दिया कि श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल 2012 से पूरी तरह से निःशुल्क गुणवत्ता वाली बाल हृदय संबंधी सर्जरी करके सीएचडी मुक्त भारत की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है । मुख्य बाल हृदय एनेस्थेटिस्ट डॉ. बालस्वरूप साहू ने पवित्र तिरंगे के 3 रंगों के महत्व को छत्तीसगढ़ी भाषा में समझाया। एम.एससी. पहले वर्ष की रेनू देशमुख ने देशभक्ति गीत गाया। अनामिका और उसकी चार सहपाठी ने नृत्य प्रस्तुत किया । माधुरी और उत्तरा युगल गीत गाये ।

सभी दर्शक सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए डॉ. सी. राजेश्वरी ऑडिटोरियम में एकत्र हुए । COSA (छत्तीसगढ़ ओडिशा सब एरिया) के ब्रिगेडियर अमन आनंद VSM मुख्य अतिथि थे। अन्य विशिष्ट अतिथियों में श्रीमती आनंद, COSA से कर्नल आर.एन.मुतालिक, BSF कमांडेंट श्री बी.डी.रॉय एवं डिप्टी कमांडेंट श्री वेद प्रकाश पाल; श्री संतोष साहू, प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं श्री रवि साहू, प्रदेश संयोजक उपस्थित थे । प्रारंभ में, उन्हें हमारे डॉक्टरों द्वारा गुलदस्ते भेंट किये गये । फिर वे मंत्रोच्चार के बीच पारंपरिक दीप प्रज्वलित किये । कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई । नृत्य धाम कला समिति, भिलाई और नित्यांजलि डांस अकादमी, रायपुर के कलाकारों ने एकल नृत्य, समूह नृत्य और देशभक्ति गीत प्रस्तुत किये ।

डॉ. निखिल शुक्ला ने श्री सत्य साई संजीवनी अस्पतालों की १२ वर्षों की यात्रा के बारे में सभीको अवगत किया । इसके बाद रायपुर केंद्र की 10वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 2022 में आयोजित गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड तथा अन्य वीडियो दिखाए गये ।

इसके बाद जीवन का उपहार समारोह हुआ। अतिथियों ने बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और ओडिशा के आठ मरीजों और उनके माता-पिता को प्रमाण पत्र और उपहार दिए । पूर्णिया, बिहार के रहने वाले 8.5 साल के आर्यन कुमार के नाना ने कहा कि उन्होंने 60 साल में ऐसा अस्पताल कभी नहीं देखा । 4 साल 2 महीने की जिया की माँ ने कहा कि वह बिना किसी उम्मीद के साथ आई थीं और उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि उनका बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हो गया है । वह स्वतंत्रता दिवस 2024 को कभी नहीं भूल पायेंगी । तनिष्क की माँ ने कहा कि वे भगवान से प्रार्थना करती रहीं । लेकिन यहां उन्हें डॉक्टरों के रूप में भगवान का अनुभव हुआ ।

अस्पताल की ओर से डॉ. रागिनी पांडे, डॉ. बाल स्वरूप साहू और डॉ. योगेश साठे ने मंच पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों को स्नेह के प्रतीक के रूप में स्मृति चिन्ह भेंट किये। इसी प्रकार ब्रिगेडियर आनंद ने अस्पताल के लिए डॉ. रागिनी पांडे को COSA का २ प्रतीक चिन्ह प्रदान किया।

ब्रिगेडियर आनंद और श्रीमती आनंद ने नृत्यगुरु डॉ. राखी रॉय, श्री कमलेश और श्री हरीश वट्टी को स्मृति चिन्ह भेंट किये । श्री बी डी रॉय ने एम.एससी. नर्सिंग के छात्रों और श्री वेद प्रकाश ने डी.डी.यू. के छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान किये ।

फिर मंच पर अतिथियों के साथ समूह तस्वीरें ली गईं – एक मरीजों और उनके परिजनोंके साथ और दूसरी नृत्य और गीत कार्यक्रमों के सभी कलाकारों के साथ ।

ब्रिगेडियर आनंद ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल द्वारा प्रदान की जा रही निःस्वार्थ सेवाओं की प्रशंसा की। उन्होंने गिफ्ट ऑफ लाइफ का अनुवाद जीवन का उपहार के बजाय जीवन का वरदान के रूप में किया। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना और सत्य साई संजीवनी अस्पताल दोनों की विशेषता है कि वे विचार, शब्द और कर्म के बीच तालमेल प्रदर्शित करते हैं। उन्होंने सत्य साई संजीवनी के साथ संयुक्त रूप से स्वामी के मिशन को आगे बढ़ाने में एक साधन बनने की इच्छा व्यक्त की। इस शुभ अवसर पर उन्होंने अपना शरीर दान करने की बड़ी घोषणा करके सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।

श्री बी.डी. रॉय ने जयहिंद के साथ सभी का अभिवादन करके अपना अभिभाषण शुरू किया। उन्होंने स्वीकार किया कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इस महान कार्यक्रम का हिस्सा बनना उनके लिए अत्यंत सम्मान की बात है। उनके विचार से मरीजों को रोजाना संजीवनी याने नया जीवन देना अकल्पनीय है ।

डॉ. निखिल शुक्ला ने जीवन का उपहार का संचालन किया । ध्वजारोहण व मंच संचालन धनंजय गोस्वामी एवं जया धीवर ने किया। इसका समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

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