स्वतंत्र छत्तीसगढ़ :
रायपुर :
आज 7 मई है। आम चुनाव के तीसरे चरण के मतदान का मंडप सज चुका है। इसमें शामिल होने के लिए सभी मतदाता आमंत्रित हैं। उम्मीद है कि इसकी पर्चियां कल या कई दिन पहले ही पहुंच चुकी हैं। जिन्हें पर्चियां नहीं मिली हैं, उन्हें मन हल्का करने की जरूरत नहीं है।
अगर आपने पहले वोट डाला है या नाम जुड़वा चुके हैं, तो आपका नाम आमंत्रित सूची (वोटर लिस्ट) में शामिल रहेगा। आप वोटर आईडी, आधार, ड्राइविंग लाइसेंस समेत 13 पहचान पत्र दिखाकर बूथ पर मतदान के लिए आ सकते हैं। मंगलवार को प्रदेश की बाकी 7 सीटों पर मतदान होगा। जिन सीटों पर वोट डाले जाएंगे, उनमें रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, कोरबा, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ व सरगुजा शामिल हैं।
- सातों सीटों पर रोचक मतदाता समीकरण बन रहा है। पहली बार 18-19 साल के 3,98,416 युवा मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। दूसरी ओर, अब तक के सभी आम चुनावों में शामिल रहे 100 साल से ज्यादा उम्र के 2791 बुजुर्ग भी लोकतंत्र के इस समारोह के साक्षी बनने को तैयार हैं।
गर्मी से घर में न ठिठकें… आपकी सेहत का ख्याल रखने की तैयारी
आज खास दिन है। देश में कौन प्रधानमंत्री बनेगा, यह आपका एक वोट तय करेगा। पिछले विधानसभा चुनाव में शहरों में मतदान 50% के करीब रहा था। दैनिक भास्कर ने 200 लोगों से बात कर पता लगाया कि लोग वोट डालने से क्यों बचते हैं। उनके सवालों के जवाब मतदान केंद्रों पर जाकर खोजे। इन सवालों के कारण आप वोट डालने के लिए घर से जाने में ठिठक रहे हैं तो जानिए उनके जवाब।
40 डिग्री से ऊपर की गर्मी में कौन कतार में खड़ा होगा?
गर्मी के चलते मतदान से दूर रहने की न सोचें। धूप से बचाव के लिए बूथों के बाहर टेंट लगाए गए हैं। चुनाव आयोग ने तेज गर्मी के अनुमान को देखते हुए कूलर की व्यवस्था की है।
दिव्यांग होने से मतदान में बहुत मशक्कत करनी पड़ती है?
आपका खयाल रखा जाएगा। हर बूथ पर रैंप बनाए गए हैं। व्हील चेयर की भी व्यवस्था की गई है। मदद के लिए अधिकारी मौजूद हैं। वोटर लिस्ट में अपना नाम एजेंट से जान सकते हैं।
मतदान केंद्र पर टॉयलेट की व्यवस्था होगी या नहीं?
अधिकतर बूथ स्कूल में बनाए गए हैं। वहां शौचालय की व्यवस्था रहती है। महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग टॉयलेट हैं। इसके अलावा मोबाइल टाॅयलेट भी रखे गए हैं।
डॉक्टर ने देर तक खड़ा रहने से मना किया है?
कोई बात नहीं। हर बूथ के बाहर कतार में कुर्सियां लगी हैं। देर तक खड़ा नहीं रहना होगा। फस्टएड की व्यवस्था भी है।
वोट डालने के दौरान प्यास कैसे बुझाऊं?
आयोग और सामाजिक संगठनों ने इस बार हर मतदान केंद्र पर ठंडे पानी के लि घड़े रखे गए हैं। नींबू पानी की व्यवस्था भी है।
वोट डालने से बेहतर शॉपिंग ही करता हूं?
कई प्रतिष्ठान वोट डालने वालों को शॉपिंग पर डिस्काउंट दे रहे हैं। मेफेयर जैसे होटल में भी स्याही लगी उंगली दिखाने पर डिस्काउंट मिल रहा है।
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