भतीजे ने चाचा-चाची को लगाया लाखों का चूना,बिजनेस करने के नाम पर लिए 78 लाख, कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज…

भिलाई : दुर्ग की नेवई पुलिस ने चाचा-चाची से ठगी करने वाले भतीजे के पर धोखाधड़ी और अमानत में खायनत का मामला दर्ज किया है। पीड़ित पक्ष ने कोर्ट में गुहार लगाई थी कि उनके भतीजे ने व्यापार में निवेश के नाम पर उनसे करीब 78 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। इसके बाद पुलिस ने एक्शन लिया है। नेवई पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस्पात नगर रिसाली निवासी ध्रुवज्योति रॉय चौधरी और उनकी पत्नी बिना रॉय चौधरी ने न्यायालय में उनके साथ धोखाधड़ी होने शिकायत की थी। न्यायालय ने मामले में पुलिस को शिकायत दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। ध्रुवज्योति राय चौधरी ने बताया कि सत्यजीत रॉय चौधरी उनके छोटा भाई है। वो अपनी पत्नी सुमना रॉय चौधरी और बेटे सायंतन के साथ जिला नांदेड, महाराष्ट्र में रहता है।

बता दें कि ध्रुवज्योति का सोमनी इंडस्ट्रियल एरिया जिला राजनांदगांव में एक लघु औद्योगिक इकाई है। उनके छोटे भाई सत्यजीत राय चौधरी ने कई बार उनसे कहा गया कि वह सायंतन को अपने साथ रखकर उसका सहयोग अपने काम-धंधे में लें। वो कम्प्यूटर और इन्फार्मेशन टेक्नालॉजी में निपुण है।

अडाणी ग्रुप जैसी बड़ी कंपनियों में निवेश के संबंध में उसका ज्ञान काफी अच्छा है। छोटे भाई की बात मानकर ध्रुवज्योति राय चौधरी ने अपने व्यापार में हाथ बंटाने के लिए सायंतन को बुला लिया। भिलाई में रहकर सायंतन ने शिकायतकर्ता के साथ पहले तो कड़ी मेहनत करके फैक्ट्री को फायदा पहुंचाया। धीर-धीरे उसने उनकी फर्म के ई-टेण्डरिंग और पत्राचार जैसे सभी काम अपने हाथ में ले लिया।

इसके बाद सायन्तन ने अपने बड़े पिता को लालच दिया कि वो बड़ी-बड़ी कंपनियों और बाजार में निवेश करने के लिए कार्य कर रहा है। बेटे पिता ने भतीजे पर इतना विश्वास कर लिया कि उन्होंने अपने बैंकों के एटीएम कार्ड और नेट बैंकिंग से होने वाले लेनदेन के लिए पासवर्ड सहित अन्य आवश्यक जानकारी सायंतन को दे दी।

सायंतन को भिलाई आए तीन महीने ही हुए होंगे की कोरोना का संक्रमण बढ़ने लगा और वह अपने माता-पिता की देखभाल करने की बात कहकर नांदेड़ अपने घर वापस चला गया। जाते समय उसने कहा कि लॉकडाउन के दौरान वह नांदेड़ में रहकर ही फर्म का पूरा काम ऑनलाइन देखेगा।

नांदेड जाने के बाद सायंतन अपने बड़े पिता और बड़ी मां के खातों से पैसा अपने खाते में ट्रांसफर करता रहा। कुछ पैसे उसने आरटीजीएस, एनइएफटी के माध्यम से भी मंगवाए। इस तरह उसने अक्टूबर 2020 से लेकर जुलाई 2021 के बीच अपने सगे बड़े पिता और मां को 78 लाख 30 हजार 44 रुपए का चूना लगा दिया।

ख़बरें और भी …हमारी वेबसाईट www.swatantrachhattisgarh.com पर बने रहें |